उत्तराखंड/पौड़ी गढ़वाल- उत्तराखंड जनपद देहरादून विकासनगर सेलाकुई रामपुर सहसपुर के ग्रामीण क्षेत्र में फर्जी डॉक्टरों का बोलबाला है इसी की जांच पड़ताल करने एक दिन हमारी टीम निकल पड़ी जिसमें पाया गया बहुत से फर्जी डॉक्टर बिना डिग्री बिना क्वालिफिकेशन के डॉक्टर की दुकान चला रहे हैं। डॉक्टर की दुकान न हो मानो परचून की दुकान हो। यहां सबसे ज्यादा ताज्जुब की बात तो यह है इनमें से बहुत से डॉक्टर दसवीं भी पास नहीं थे और जो कुछ बैठे थे वह 12वीं दसवीं। वह भी आर्ट साइड से किए हुए थे। वह न केवल दवाइयां दे रहे थे बल्कि इंजेक्शन और ग्लूकोस तक भी मरीजों को चढ़ा रहे थे और जब उनसे पूछा गया तो पूरा सीना चौड़ा करके बोल रहे थे कि हम डॉक्टर की दुकान न चलाए तो क्या मजदूरी करें हम गरीब आदमी हैं हम तो डॉक्टर की दुकान ही चलाएंगे और खुल्लम-खुल्ला बोल रहे थे कि हम फर्जी डॉक्टर हैं हम भले ही झोलाछाप डॉक्टर हैं आपको जो करना है आप जो कर सकते हो । हमको तो 12 से 15 साल हो गए हैं डॉक्टरी का पेशा करते हुए।
बता दें कि यह झोलाछाप डॉक्टर लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और प्रशासन बिल्कुल अंजान बना हुआ है। प्रशासन कब इस पर कार्रवाई करेगा देखना बाकी है।फिलहाल झोला छाप डॉक्टरों का यह धंधा वर्षों से चल रहा है।
रिपोर्ट-इन्द्रजीत सिंह असवाल,पौड़ी गढ़वाल