जोधपुर/जयपुर- नाबालिग के साथ बलात्कार के मामले में जोधपुर जेल ने आसारम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। आसाराम को सजा होने के बाद पहले यह समाचार था कि उसके आश्रम का संचालन उनका बेटा नारायण साईं करेगा लेकिन वो खुद यौन शोषण के आरोपों में घिरा हुआ है और सूरत में बंद है।
गौरतलब है कि आसाराम की संपत्ति में 400 आश्रम और 40 निवासी स्कूल शामिल हैं। आसाराम पूरे भारत में मौजूद अपनी संपत्तियों की देखरेख एक ट्रस्ट से करता था। लेकिन आसाराम को सजा होने के बाद सवाल यह है कि आखिर उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। आपको बता दें कि आसाराम की पत्नी की हैसियत से रह रहीं लक्ष्मी देवी आश्रम का नेटवर्क संभालती हैं। इस काम में उनका हाथ बेटी भारती श्री भी बंटाती है। ट्रस्ट का संचालन बेटी के पास है जो संत श्री आसारामजी ट्रस्ट चैरिटेबल संस्था के तौर पर रजिस्टर है। दफ्तर अहमदाबाद में है जहां आसाराम ने पहला आश्रम बनाया था। ट्रस्ट से जुड़े लोगों का कहना है कि भारतीश्री काफी यात्रा करती है और देश के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले आश्रम संभाल रही हैं। आसाराम के जेल जाने के बाद दुनियाभर में फैले उनके अरबों का साम्राज्य अब भी कायम है। अब आसाराम का यह अरबों का साम्राज्य उसकी बेटी भारती संभाल रही है। वहीं आपको बता दें कि आसाराम की बेटी भारती भले ही बापू से किनारा करने की बात कह रही हो, लेकिन आसाराम के देश दुनिया में फैले साम्राज्य की कमान उसके हाथ में आने की पूरी संभावना है। इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह भी है कि 1975 में पैदा हुई भारतीश्री व मां लक्ष्मी देवी को भी गुजरात में एक रेप केस में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में दोनों मां-बेटी को जमानत पर छोड़ दिय