कांधला/सहारनपुर- लाख कोशिशों के बावजूद भी सरकारी विभागों और सरकारीकर्मियों का ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। चाहे वह लापरवाही किसी के लिए मुसीबत ही क्यों न बन जाए। कुछ ऐसा ही मामला कांधला कस्बे में देखने को मिला जहां कूड़े के ढेर में सैकड़ों आधार पड़े नजर आये। राशन कार्ड, वोटर कार्ड व आधार कार्ड आदि बनवाने के लिए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिसको बनाने के लिए दो सौ रूपये तक के वसूले जाते हैं। फिर बताया जाता है कि आपका सरकारी कागजात चाहे वो आधार कार्ड हो या कुछ और डाक द्वारा घर पर आ जायेगा। अगर ये बन भी जाते हैं तो घर घर तक पहुचाने मे डाकखाने के कर्मचारी को परेशानी होती है और वह इससे बचने के लिए इन सरकारी कार्डों को लावारिस हालत में नाली व सड़कों पर फेंककर अपनी ड्यूटी को पूरी करना समझकर लोगों को भारी परेशानी में डाल देते हैं। आज गुरुवार को कांधला कस्बे के मोहल्ला खैल गंगेरू रोड पर सरकारी अस्पताल चौराहे के निकट एक प्लाट में कुछ आधार कार्ड पडे हुए थे। जिनमे कुछ फटे हुए भी थे। वहां पर छोटे बच्चे उनसे खैल रहे थे। जब इन आधार कार्डों को ध्यान से देखा गया तो उनमें मोहल्ला शेखजादगान सहित कई मौहल्लों के लोगों के आधार कार्ड थे। इनमें अधिकांश मुस्लिम लोगों के आधार कार्ड थे। ये आधार कार्ड अफसाना पत्नी मोहम्मद, शहजाद, मुस्तकीम, बिसरत, सुफियान, रीना, रानी, मुस्कान, नीना, नूरजहां, शोएब राना व शबाना सहित सैकड़ों आधार कार्ड थे जो कूडे की शान बने हुए थे। कूड़े के ढेर में सैकड़ों आधार कार्ड कब से पड़े हुए थे ये तो पता नहीं लेकिन आज जब स्थानीय लोगों ने इस ओर गौर किया और देखा तो बड़ी संख्या में आधार कार्ड बिखरे पड़े थे। इतना ही नहीं कई लोग यहां पड़े आधार कार्ड उठाकर भी ले गए। वहीं स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को भी दे दी लेकिन न तो पुलिस और न ही प्रशासन की ओर से इसकी किसी तरह से सुध ली गई। बताया गया कि यहां उस समय हड़कंप मच गया जब लोगों ने सैकड़ों आधार कार्ड कूड़े के ढेर में पड़े देखे। स्थानीय लोगों की मानें तो कोई इन आधार कार्डों को जानबूझकर फेंक कर गया है। जबकि देखने पर आधार कार्ड डाक विभाग द्वारा बांटे जाने वाले ही दिख रहे थे। मोहल्लेवासियों ने इसकी सूचना पुलिस के साथ प्रशासन को भी दे दी लेकिन कोई भी ये नहीं बता पा रहा की आखिर इतनी बड़ी मात्रा में ये आधार कार्ड कौन यहां इस तरह डाल गया। चूकिं केंद्र सरकार ने लगभग अब हर योजना में आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में यदि ये आधार कार्ड गलत हाथों में लग गए तो जिम्मेदारी किसकी होगी। यहां एक बात और बता दें की इससे पहले भी जनपद के अलग-अलग इलाकों में आधार कार्ड इस तरह मिल चुके हैं। जाहिर सी बात है की इन्हें जानबूझकर ही यहां फेंका गया है। फ़िलहाल पूरे मामले की जांच के बाद ही पता चलेगा की आखिर आधार कार्ड इस तरह क्यों और किस मकसद से फेंके गए हैं।
-सहारनपुर से सुनील चौधरी की रिपोर्ट