आज मन बहुत दुःखी है,एक साथ 40जवानो के शहीद होने पर,शहीदी भी ऐसा जिसमें हमारे जवान अपने कुशलता व विरता दिखा ना सके क्योंकि गद्दारों ने औचक हमला किया।क्या आज भी मां भारती के उन गद्दारों व राजनेताओं को सबुत चाहिए जिनके ऊपर भारत सरकार कार्रवाई करती है तो सबुत की जरूरत पड़ती है, जिनके लिए ये अश्रु प्रवाह करते हैं। अपने अवार्ड वापस करते हैं, अपने को असुरक्षित महसूस करते हैं। मेरे भाई एक बात जरूर ध्यान रखनी चाहिए,देश होगा तभी राजनीति होगी।
आज हमारे देश में ऐसी सोच पल बढ़ रही है कि हम अपने को ही कोसते है अपना ही मजा लेते है अपने सामर्थ्य पर ही संदेह करते हैं अपनों से सबुत मांगते हैं,ये भूल जाते हैं दीमक रूपी सोच मां भारती को कमजोर बना देगी। ये भी भूल जाते हैं देश रहेगा तभी राजनीति होगी।
पुलवामा जैसी घटनाएं दुबारा न हो इसके लिए सभी राजनीतिक दलों को एक मंच पर आकर देश की धड़कन को समझने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि राजनीति के मुद्दे बहुत है पहले देश हित के बारे में सोचने की जरूरत है।अन्त में पुनः कहना चाहूंगा सभी राजनीतिक दलों से देश होगा तभी राजनीति होगी।
– आशीष कुमार मिश्र एडवोकेट हाईकोर्ट