फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। कस्बा चौकी इंचार्ज अजय शर्मा पर कस्बे की महिला ने आरोप लगाया है कि उसके बेटे को जबरन अवैध हिरासत में रखा और एनडीपीएस के मुकदमे में फंसाकर बेटे को जेल भेजने की बात कह छह लाख रुपये की मांग की। ढाई लाख रुपये वसूलने के बाद भी बेटे को जेल भेज दिया। कई अन्य वांछित तस्करों के बेटों को अवैध हिरासत में रखकर उनसे वसूली कर छोड़ने की चर्चा है। सूत्रों के अनुसार कस्बे के सराय की महताब ने उच्चाधिकारियों के साथ लखनऊ तक दारोगा की शिकायत की है। आरोप है कि फतेहगंज पश्चिमी कस्बा चौकी इंचार्ज अजय शर्मा ने उनके बेटे नदीम को घर से 100 मीटर की दूरी से उठाया। उसने पकड़ने का कारण पूछा तो कहा कि पूछताछ के बाद छोड़ देगे। पूरा दिन बीत गया। बेटे को नही छोड़ा। छोड़ने पर पहले ढाई लाख फिर छह लाख रुपये की दारोगा मांग करने लगा। अगले दिन तक हिरासत मे रखा। ढाई लाख रुपये वसूल लिए फिर एनडीपीएस के मुकदमे मे फंसाकर जेल भेज दिया। महिला ने रोते हुए कहा कि परिवार भुखमरी की कगार पर आ गया है। बेटे को बचाने मे सब बिक गया। महिला ने दारोगा पर कार्रवाई के साथ रुपये भी वापस मांगे है। इधर मीरगंज से वांछित दो तस्करों के बेटों को पूछताछ के नाम पर अवैध हिरासत में रखने फिर छोड़ देने की चर्चा है। इससे पहले भी ड्रग माफिया के कुनबे से जुड़े तस्कर की पत्नी के बहन के लड़के को उठाने, वीडियो वायरल करने वाले तस्कर को उठाने फिर छोड़ने का मामला सामने आ चुका है। हालांकि दारोगा ने आरोपों से इन्कार किया। पूरे मामले की शिकायत अधिकारियों तक की गई। थाने की भी मिलीभगत बताई गई। कस्बे मे चर्चा है कि बीते कई दिनों से वांछित तस्करों के कुनबे के लोगों को पकड़ने, अवैध हिरासत में रखने फिर वसूली कर छोड़ने का खेल चल रहा है। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि महिला की शिकायत संज्ञान मे आई है। दरोगा के साथ लिप्त पुलिस कर्मियों की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव