बरेली। पढ़ाई के दौरान नर्स को यह सीख मिलती है कि भले ही मरीज आपसे कैसा भी व्यवहार करे लेकिन आपको विनम्रता से उसकी देखरेख और इलाज करना है। हम सभी नर्सिंग स्टाफ ऐसा कर भी रहे है। किसी भी बीमार व्यक्ति की सेवा नर्स या पारा मेडिकल स्टाफ द्वारा जिस निष्ठा, आत्मीयता, त्याग और समर्पण के साथ सहजता से की जाती है, उस तरह से शायद अपना भी न कर पाए। मरीज को नकारात्मक सोच से बाहर निकालकर उसे एक नया जीवन देने में नर्स की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह बातें जिला महिला अस्पताल की पहली डिप्टी नर्सिंग सुपरीटेंडेंट बनीं नीरा लाल ने कही। सोमवार को वह सेवानिवृत्त हो गई। स्वास्थ्य विभाग में उन्होंने पूरे 42 साल चार माह सेवाएं दीं। अस्पताल परिसर में एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें स्टाफ ने विदाई दी। सेवानिवृत्ति के बाद साथ छूटने पर अस्पताल की मात्रिका व उनकी परम मित्र विनीता इमेनुएल समेत अन्य स्टाफ के आंखों में आंसू आ गए। इस मौके पर सिस्टर इंचार्ज निशी राव, आराधना डेविड, अजय पाल गंगवार, राम नरेश पटेल, निर्दोष, पुनीत समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे। नीरा लाल ने बताया कि वह शाहजहांपुर की निवासी है। उनके पति शिक्षक है। शादी के बाद परिवार और नौकरी दोनों को संभालना बड़ी चुनौती है लेकिन उन्होंने अपनी दोनों जिम्मेदारी बखूबी संभाली। उनके पति सुधीर सी लाल ने भी उनका सहयोग किया।।
बरेली से कपिल यादव