*जेल में निरुद्ध 116 महिला कैदी के 8 बच्चे ले रहे शिक्षा दीक्षा
गोरखपुर। माता की वजह से जेल में कैद पांच से छ वर्ष से कम उम्र के आठ बच्चों को अंडर ट्रायल महिला शिक्षक कैदी निशुल्क शिक्षा दीक्षा देने का कार्य मंडलीय कारागार गोरखपुर में कर अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही जो महिला शिक्षक स्कूल में आने वाले बच्चों को शिक्षा दीक्षा देने का कार्य करती थी किसी अपराध में निरुद्ध होने के कारण उसे मंडलीय कारागार गोरखपुर में अपने गुनाहों का पश्चाताप करना पड़ रहा है उस महिला ने मंडलीय कारागार गोरखपुर में बंद महिला कैदियों के बेगुनाह बच्चों को शिक्षा दीक्षा देने का बीड़ा उठाया उसी का नतीजा है कि जेल में बंद महिला कैदी के बच्चे फर्राटे से अंग्रेजी में अपनी शिक्षा दीक्षा प्राप्त कर रहे हैं जिला जेल पहुंचकर एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार उक्त महिला द्वारा किए जा रहे निशुल्क बच्चों को शिक्षा देकर जो परोपकार का कार्य कर अपने शिक्षक होने का दायित्व निर्वहन करते हुए इन महिला कैदियों के बच्चों को साक्षर बनाने का जो बीड़ा उठाया है उसे पूरा करने में अपनी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है ऐसे महिला शिक्षक कैदी की जितनी तारीफ की जाए कम है महिला कैदी शिक्षक जिस तरह से कैदी महिला के पाल्यो को शिक्षा दीक्षा दे रहे हैं उस तरह का शिक्षा-दीक्षा बाहर के बच्चे भी नहीं प्राप्त कर पाएंगे।बिना किसी गुनाह के कैद में रह रहे इन बच्चों को बेहतर शिक्षा जेल मे कैद116 महिला कैदियों के बेगुनाह 8 बच्चों को अंडर ट्रायल महिला कैदी ने जो बीड़ा उठाया है उसे देख कर एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार उक्त महिला शिक्षक कैदी की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए बताया की जेल में रहते हुए इन बच्चों को जो शिक्षा की तामिला दी जा रही है उस महिला शिक्षक कैदी के तामिला से यह होनहार बच्चे देश के भविष्य हो सकते हैं।