बाड़मेर/राजस्थान- दीपावली पर्व के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बाड़मेर जिला मुख्यालय पर स्थित अस्पताल में इलाज करवाने आने वाले मरीजों को दिनों-दिन हों रही परेशानियों को देखते हुए ओर प्रशासन गांवों के संग एवं शहरों के संग अभियान को लेकर एक बार फिर एक्टिव मोड में आ गए हैं। पूर्व में कई जिलों में जाकर प्रशासन गांवों के संग अभियान की जमीनी हकीकत जानने के बाद एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तीन चार जिलों के दौरे पर जाकर प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान की जमीनी हकीकत का जायजा लेंगे। साथ ही बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सरकारी अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण,ओवर ब्रिजो का शिलान्यास सहित प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान में जनता के कितने काम हो रहे हैं उसको लेकर मुख्यमंत्री गहलोत बाड़मेर जिले में सीधे आमजन से ही सीधे संवाद करेंगे।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान का जायजा लेने का दौरा प्रस्तावित है। चर्चा है कि मंगलवार का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अजमेर, जोधपुर और सरहदी बाड़मेर जिले का प्रस्तावित है जहां दो या तीन दिवसीय दौरे के तहत इन जिलों में जाकर आमजन को राहत देने वाले प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान का जायजा लेंगे। बताया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा भी मुख्यमंत्री के साथ इन शिविरों का जायजा लेकर जिले में तैनात अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश देंगे।
इधर महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर दो अक्टूबर से शुरू किए गए प्रशासन गांव और शहरों के संग अभियान में जिले में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों के सुस्त रवैए और उम्मीद के मुताबिक प्रगति रिपोर्ट नहीं मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शिविरों का जायजा लेने के लिए फील्ड में स्वयं उतरना पड़ा। इसके अलावा अभियानों को लेकर हुई समीक्षा बैठकों के दौरान भी प्रगति रिपोर्ट को लेकर सीएम गहलोत ने नाराजगी जाहिर की थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले दिनों प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान की जमीनी हकीकत जानने के लिए 22 अक्टूबर को नागौर जिले की निम्बोला बिस्वा, जयपुर जिले की जोबनेर पंचायतों का दौर कर फीडबैक लिया था। इसके बाद 29 अक्टूबर को चार जिलों का दौरा किया था। सीएम ने बीकानेर जिले की श्रीडूंगरगढ़, चूरू जिले की बीदासर, सीकर के फतेहपुर और जयपुर के शाहपुरा का दौरा कर शिविरों का जायजा लेकर कामकाज की रिपोर्ट ली थी।
– राजस्थान से राजूचारण