*फरवरी से लेकर अब तक आंगनबाड़ी केंद्रों तक राशन सामग्री पहुंचाने का समूह गांवों में कर रहे हैं काम।
*एनआरएलएम/आईडीएस ने मिलने बाले इंसेटिव भुगतान को लेकर आंखे बंद की।
*ग्रामीण महिला समूह के अध्यक्षो ने रोष जता कर भुगतान की मांग की
एटा। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार दिवाली पर्व के महत्व को समझते हुये 1 नवम्बर तक प्रदेश के सभी सरकारी कर्मियों को भुगतान का सख्त फरमान जारी कर रही हैं। वही जिले के अंतिम छोर पर ग्रामीण अंचलों में सरकारी योजनाओं को धरातल पर क्रियान्वित कर रहे ग्रामीण महिला सहायता समूह के अवशेष भुगतान को कोई इंतजाम नही किया है। जबकि छोटे छोटे ये महिला समूह बाल विकास विभाग की राशन वितरण योजनाओं को अपने सक्रिय सहयोग से हर केंद्र पर ब्लॉक मुख्यालय से राशन किट उठा कर पहुंचाने का काम कर रहे हैं। फरवरी 2021 से अब तक निर्बाध गति से योजनाओं को अंजाम दे रहे इन समूहों को इस काम की एवज में निर्धारित इंसेटिव/ किराए आदि का एक धेला नही दिया गया है। 9 माह से हर बार आने बाले राशन का वितरण यह समूह अपने हर्जे खर्चे से कर रहे हैं।
गौरतलब है यह काम आईसीडीएस विभाग का जिसे प्रदेश सरकार के निर्देश पर नेशनल रूलर मिशन के सहयोग से कराया जा रहा है यानि समूह के जिला स्तर पर नियंत्रक एनआरएलएम है जिसके अनेक अफसर समूह के कामकाज की मोनिटरिंग करते हैं। परन्तु इन महिला समूह के निर्धारित भुगतान को लेकर कोई दिलचस्पी नही ली जा रही। यद्यपि यह भुगतान आईसीडीएस के द्वारा एनआरएलएम को दिया जाना है। जिसे समूह में वितरित किया जाना है। परन्तु अद्यतन इस दिशा में कोई काम आगे बढ़ने के संकेत नही मिले हैं। इस सम्बंध में आसीडीएस के डीपीओ संजय सिंह ने बताया कि वे इस सम्बंध में एनआरएलएम के जिला कॉर्डिनेटर से सम्पर्क कर इस दिशा में कार्यवाही आगे बढ़ाएंगे। वही एनआरएलएम के अधिकारी अरुण चौधरी ने पायनियर को बताया है मिशन के लखनऊ मुख्यालय को डिमांड भेजेंगे। कुल मिला कर ग्रामीण अंचल के महिला समूह के भुगतान के प्रति किसी की दिलचस्पी नही है। इधर एटा मुख्यालय पर राशन उठाने आई समूह की महिला अध्यक्षो ने विभागों की उदासीन कार्यशैली के प्रति रोष व्यक्त किया। महिला अध्यक्षो को कहना था आखिर कब तक हम सब अपनी जमा पूंजी राशन लाने ले जाने पर खर्च करें 9 माह से एक पैसा भुगतान नही किया गया है। महिला अध्यक्षो ने विभागों की उदासीन रवैये के प्रति प्रदर्शन के माध्यम से विरोध करने का एलान किया है।
विरोध के समवेत स्वर में महिला अध्यक्ष प्रतिभा,सर्वेश,दक्ष कुमारी,महादेवी,रेशमा देवी,कल्लो देवी,वंदना आदि अनेको समूह के अध्यक्ष मौजूद रहे जिन्होंने जल्द भुगतान करने की मांग की।