मीरगंज, बरेली। रामगंगा नदी के गोरा बसंतपुर पुल का नवनिर्मित अप्रोच रोड दो दिन की हालिया बारिश में जगह-जगह कट गया है। कई जगह तो यह रोड आधी से ज्यादा कट चुका है। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कटे रोड का पत्थर, बजरी, कोलतार से पुनर्निर्माण कराने के बजाय मिट्टी, रेता डालकर छुपा दिया है। भारी वाहनों की आवाजाही के चलते रेता-मिट्टी से दबे पुल के बारिश में कट चुके अप्रोच रोड पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। वाहन चालकों और क्षेत्रवासियों का कहना है कि जिम्मेदार पीडब्ल्यूडी अफसर बारिश में कटे अप्रोच रोड को दुरुस्त करवाने के बजाय शायद बड़े हादसे के बाद चिल्लपो मचने पर ही कुंभकर्णी नींद से जागने का मूड बना चुके है। गोरा हेमराजपुर गांव के लोगों की एक शिकायत यह भी है कि बरेली-दिल्ली फोरलेन हाईवे के बहगुल, शंखा, भाखड़ा और दीगर तमाम पुलों की तरह गोरा पुल पर ग्रामीणों के आने-जाने के लिए रेलिंग में दो-तीन जगह कट देकर पक्की सीढ़ियां नहीं बनवाई है जिससे ग्रामीणों को रोजमर्रा के कामों के लिए पुल के उस पार अपने खेतों पर आने-जाने मे भारी परेशानी हो रही है। साथ ही पुल पर कट और सीढ़ियां बनी हुई नहीं होने की वजह से रोड पर पहुंचने के लिए कई किलोमीटर का फेर काटकर आना-जाना पड़ रहा है। कांग्रेस जिला महासचिव मनोज शर्मा, प्रमोद शर्मा, पूर्व प्रधान बाबूराम तुरैहा और दर्जनों अन्य क्षेत्रवासियों और ग्रामीणों ने डीएम और पीडब्लयूडी के आला अफसरों एवं जनप्रतिनिधियों से समस्या की गंभीरता को समझते हुए आधे कटे अप्रोच रोड का पूरी गुणवत्ता के साथ तत्काल पुनर्निर्माण कराने और पुल से नीचे उतरने के लिए रेलिंग में दो-तीन जगह कट और पक्की सीढ़ियां प्राथमिकता से बनवाने की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव