बरेली। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं को पहुचाने में आशा कार्यकत्रियां सबसे अहम इकाई हैं। गांव-देहात तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाने और सरकारी योजनाओं को धरातल पर उतारने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। आशा कार्यकत्रियों की कार्य प्रणाली से ही उस जिले और प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं की दिशा तय होती है। गुरुवार को संजय कम्यूनिटी हाल में आयोजित आशा सम्मेलन में एडी हेल्थ डॉ. एसके गर्ग ने यह बातें कही। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष रश्मि पटेल ने दीप जलाकर आशा सम्मेलन का शुभारंभ किया। उन्होंने आशा कार्यकत्रियों को स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ बताया और कहा कि गांव-गांव में सेहत संबंधी बुनियादी सुधार की जिम्मेदारी उनके कंधों पर है। इस मौके पर जिले के सभी विकास खंडों, शहरी क्षेत्र की आशाओं को उनके कार्य के आधार पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार दिया गया। दलेलनगर की बीसीपीएम राजेश्वरी गंगवार को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकत्रियों की जिम्मेदारी संक्रामक रोगों के समय और बढ़ गई है। कोरोना महामारी की रोकथाम में आशाओं ने बेहतर काम किया। सम्मेलन में जनपद स्तरीय कार्यक्रमों के नोडल अधिकारियों ने उपलब्धि के बारे में बताया। कार्यक्रम का संचालन एसीएमओ डॉ. हरपाल सिंह, एसीएमओ डॉ. आरएन गिरी ने किया। इस मौके पर अजयपाल गंगवार, पीएस आनंद, जितेंद्र सिंह समेत अन्य लोग मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव