फतेहपुर – अमौली क्षेत्र के परिषदीय विद्यायल कॅरोना काल के बाद खुलने तो लगे लेकिन अध्यापको की लापरवाही बरकरार है । अधिकारियों की अनदेखी भी बनी कारण लेकिन जिम्मेदार कौन अमौली शिक्षा खण्ड के परिषदीय प्राथमिक विद्यालय कॅरोना काल के बाद खुलने से बच्चे तो घरों से समय से निकल कर पहुच रहे है । मगर शिक्षकों का रवैया केवल खाना पूर्ति के ही चालू है । वही प्राथमिक विद्यालयों का न ही समय से खुलने का रवैया ठीक है और न ही बंद किये जाने का वही अधिकारी गण भी जांच किये जाने की बात कहकर बच निकलते नजर आते है ।
आज जब पत्रकारों की टीम सुबह लगभग 8बजकर 20 मिनट में अमौली क्षेत्र के भाजी ताला गांव में संचालित प्राथमिक विद्यालय पहुची तो रुककर देखा कि सुबह 9 बजे तक प्राथमिक विद्यालय का गेट नही खुला था मुख्य गेट पर ताला लटका रहा था स्कूल में पड़ने आये बच्चे गेट पर चढ़कर झाक रहे थे कुछ बच्चे गेट के बाहर खड़े होकर अपने गुरु जी के आने का इंतजार कर रहे थे क्षेत्र के अधिकतर अध्यापको का आना जाना कानपुर से होता है । जिसके कारण सही समय से प्राथमिक स्कूल नही खुल पाते है। वही विद्यालयों के बंद किये जाने का भी समय निश्चित नही रहता सायंकाल जल्द ही स्कूल बंद कर दिए जाते है और अधयापक कानपुर के लिये निकल जाते है । ऐसे हालातो में कैसे अच्छी शिक्षा मिल पाएगी बच्चो को सवाल यह है। कि एक तरफ सरकार अच्छी शिक्षा व्यवस्ता का दम भरती नजर आती है । लेकिन असल हालात कुछ और ही है ।यही हाल तिरहर क्षेत्र के और भी प्राथमिक विद्यालयो में यही है ।जो कि विलम्ब से खुलते हव और जल्द ही बंद कर दिए जाते है । वही केवलपुर , यतमदपुर , भरशा, गोहरारी आदि विद्यालयो की स्तिथि यही है ।जब खण्ड शिक्षा अधिकारी हौसला प्रसाद से बात की गई तो उन्होंने इस सम्बन्द्ध मेंअनिभिज्ञता जताई और कहा कि भाजी ताला क्व प्राथमिक विद्यालय की जांच की जाएगी स्पस्टीकरण मांगा जयेगा गलत पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी।