*जिलाधिकारी सहारनपुर सहित 6 प्रशासनिक लोगों पर कोर्ट ने भेजा नोटिस
सहारनपुर- समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह राणा के सुपुत्र कार्तिक राणा की पत्नी नितिशा राणा ने देवबंद से ब्लॉक प्रमुख का चुनाव समाजवादी के बैनर पर लड़ा था जिसमें उनके द्वारा चुनाव मतगणना के दौरान भाजपा सरकार के दबाव में अफसरों ने निष्पक्ष चुनाव मतगणना नही की वहीं चुनाव मतगणना में धांधली का आरोप लगाया था चुनाव में नितिशा राणा को भारी मत मिले थे लेकिन प्रशासन के द्वारा सरकार के दबाव में रिजाकाउंटिंग करके धांधली की गई है वहीं आरोप लगाते हुए कार्तिकेय राणा ने मीडिया से मुखातिब होकर बताया कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव में भाजपा सरकार ने तानाशाही के चलते विपक्ष को कमजोर करने का प्रयास किया गया उन्होंने भाजपा सरकार पर विपक्षी दलों के पर्चा निरस्त करने का आरोप लगाया है। कार्तिकेय राणा ने कहा की ब्लॉक प्रमुख चुनाव में उनकी पत्नी नीतिशा राणा देवबंद ब्लॉक से प्रमुख पद की मजबूत प्रत्याशी थी। जिनके साथ लगभग 72 बीडीसी सदस्य थे।लेकिन उसके बावजूद भी भाजपा सरकार व प्रशासन के दबाव के चलते उनकी पत्नी को चुनाव में षड्यंत्र के तहत हराया गया हैं।आज भी उनके साथ सभी बीडीसी कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। जो माननीय उच्चतम न्यायालय के न्याय का इंतजार कर रहे हैं। इन बीडीसी सदस्यों ने अभी तक भी शपथ ग्रहण नहीं की है
उन्होंने कहा कि केवल देवबंद ब्लॉक ही नहीं बल्कि जनपद के 10 ब्लॉक में प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव के चलते भाजपा प्रत्याशियों को विजयी घोषित किया गया है। कुछ प्रत्याशियों के तो नामांकन ही खारिज कर दिए गये और जहां अन्य पार्टी के प्रत्याशी ने नामांकन किया उसको प्रशासनिक दबाव में वापस करा दिया गया है। बेहतर यह है। कि यदि सरकार अपनी हठधर्मिता पर कायम है। तो फिर चुनाव कराने से क्या फायदा लखनऊ बैठकर ही प्रत्याशियों को जीत के सर्टिफिकेट दे दे वहीं जानकारी देते हुए कार्तिकेय राणा ने बताया की माननीय उच्चतम न्यायालय में 6 प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ़ नोटिस जारी किया गया है जिसमें प्रमुख सचिव पंचायती राज विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ स्टेट इलेक्शन कमीशन लखनऊ ज़िला मजिस्ट्रेट सहारनपुर एसडीएम देवबंद तहसील निर्वाचन अधिकारी देवबंद सहारनपुर ममता त्यागी पत्नी विजय कुमार त्यागी ब्लाक प्रमुख देवबंद सहारनपुर को प्रतिवादी बनाया गया है नितिशा सिंह राणा की हाईकोर्ट में पैरवी कर रहे वकील वीर बहादुर सिंह ने बताया की पूरे मामले में दो सदस्य खंडपीठ ने उक्त सभी प्रतिवादियों को नोटिस भेज कर जवाब तलब किया है और मंगलवार को हाईकोर्ट पूरे मामले में सुनवाई करेगी।