बरेली। शहर भर में लोगों से पार्किंग के नाम पर अवैध वसूली का खेल किया जा रहा है। कई विभागों में पार्किंग के नाम पर तय रुपयों से अधिक किराया वसूला जा रहा है। ताजा मामला सोशल मीडिया पर संभागीय परिवहन विभाग का सामने आया है। जिसमें पार्किंग की पर्ची में ही आरटीओ का जिक्र किया गया है। यही नही पूरे मामले से अधिकारी भी अनजान बने हुए है। हाल ही मे शहर के नकटिया स्थित संभागीय परिवहन विभाग में अवैध रूप से पार्किंग के नाम पर वसूली का मामला सामने आया है। हैरत की बात यह है कि लोगों से वसूली आरटीओ पार्किंग के नाम पर की जा रही है और अधिकारियों को इस बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। आपको बता दें कि शहर के नकटिया स्थित संभागीय परिवहन विभाग की अपनी खुद की कोई पार्किंग नही है। विभाग के सामने खाली पड़ी जमीन पर ही लोग अपने वाहनों को पार्क करके जाते है। मगर इसका फायदा उठाकर दलालों ने कार्यालय के बाहर तमाम पार्किंग खोल दी है। विभाग के सामने मुख्य सड़क के पार कुछ लोगों ने पार्किंग खोल दी है। लोगों को चूना लगाने के लिए उन्होंने बाकायदा रसीद भी बनवाई है। जिस पर उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि आरटीओ कार्यालय पार्किंग, जबकि विभाग की कोई पार्किंग ही नहीं है। उससे वह आम जनता से पैसे वसूलते है। दलालों की बनाई गई रसीद पर स्पष्ट लिखा है कि कार पार्किंग के 20 रुपये और ट्रक पार्किंग के 50 रुपये है। इतना ही नहीं यह लोग बाइकों की भी पार्किंग कराते है जिसके 10 रुपये प्रति पार्किंग के हिसाब से चार्ज करते है। रसीद देखकर लोगों को बिल्कुल आरटीओ कार्यालय जैसी ही रसीद दिखाई देती है। पूछने पर भी दलाल ठोंककर कहते है कि यह आरटीओ की पार्किंग है। साहब की अनुमति के बाद ही यहां पर लगाई गई है। जिससे लोग असमंजस में पड़ जाते है। पार्किंग के रुपये दे देते है। आरटीओ के बाहर दी जाने वाली पर्ची में स्पष्ट लिखा है कि पर्ची केवल तीन घंटे के लिए मान्य हैं। इसके अलावा पर्ची खोने पर गवाह साथ लाने पर ही गाड़ी दिए जाने, पार्किंग केवल शाम छह बजे तक ही होने तक की ही जिम्मेदारी होने की बात स्पष्ट रूप से अंकित की गई है। जब इस बारे में एआरटीओ (प्रशासन) आरपी सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि आरटीओ कार्यालय में किसी प्रकार की कोई पार्किंग नहीं ली जाती है। अभी तक किसी ने कोई शिकायत भी नही की है। मामला संज्ञान में आया है। सोमवार को मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव