बरेली। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के समक्ष भाजपा के जनप्रतिनिधियों व कार्यकर्ताओं ने बरेली के अफसरों की जमकर शिकायतें की। जिसमें पुलिस के अफसर व प्रशासनिक अफसर पर तो पंचायत चुनाव को प्रभावित कराने का भी आरोप लगाया गया। इन्हीं अफसरों के कारण पार्टी चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन नही कर सकी। जिसके बाद से माना जा रहा है कि इन दोनों अफसरों को जल्द ही बरेली से हटाया जा सकता है। इन अफसरों की शिकायतें लगातार शासन तक भी पहुंच रही थी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह तीन दिवसीय दौरे पर है। इसी के तहत रविवार को वह बरेली पहुंचे थे। सोमवार की सुबह प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बरेली से रामपुर के लिए रवाना हो गए। यहां से मेरठ जाने के बाद वह कासगंज का दौरा करके लखनऊ पहुंचेंगे। इसके बाद वह बरेली के अफसरों को हटवाने की कार्रवाई अमल में लाने के लिए सलाह मशविरा करेंगे।भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के सामने पार्टी कार्यकर्ताओ ने अफसरों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी थानों तक पर सुनवाई नहीं होती है। वे किसी की मदद भी नहीं कर सकते हैं। आरोप लगाया कि जिले के तमाम थानों पर अभी भी सपा मानसिकता के थानेदार तैनात हैं और वे उसी मानसिकता से काम कर रहे हैं। ऐसे थानेदार भाजपाइयों को कतई तवज्जो नहीं देते हैं और मनमानी करते है। पंचायत चुनाव में भाजपा बेहतर प्रदर्शन नहीं दिखा सकी। भाजपा समर्थित केवल 13 जिला पंचायत सदस्य ही जीत हासिल कर सके। जबकि सपा का 23 सीटें मिली। यह हाल तब है जब जिले के सभी विधायक, सांसद, मेयर व निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष भी भाजपा से ही हैं। भाजपाईयों ने इसका ठीकरा भी सपा मानसिकता के अफसरों पर फोड़ा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के तेवर साफ संकेत दे गए कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए पूर्व मेयर सुभाष पटेल की पुत्रवधू व भाजपा नेता प्रशान्त पटेल की भाभी रश्मि पटेल को ही मैदान में उतारेगी। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हो सकी है। अन्दरखाने भी रश्मि पटेल को ही जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चाएं हैं।।
बरेली से कपिल यादव