बरेली। कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के साथ साथ कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीजों के सही होने का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। 300 बेड कोविड अस्पताल से मरीजों के सही होने से तीमारदार मरीजों को डिस्चार्ज करवाकर ले जा रहे हैं। 300 बेड कोविड अस्पताल मे बीस फीसदी बेड खाली हो चुके है। जिसको देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर बच्चा वार्ड बनाने के लिए कहा गया है। दो बाल चिकित्सकों को वार्मर के रूप में भेजा गया है। यही हाल निजी कोविड अस्पतालों का है जहां मरीजों केसही होने का आंकड़ा बढऩे के कारण कोविड वाले बेड खाली होते जा रहे है। अप्रैल की शुरूआत और मई के पहले सप्ताह में कोरोना की दूसरी लहर ने जो कहर बरपाया था उसे सोचकर लोगों की रूह कांपने लगती है। अप्रैल में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते 300 बेड कोविड अस्पताल में भर्ती करने वाले मरीजों के लिए जगह नही बची थी। जमीन तक पर इलाज कराया गया था। शासन प्रशासन के सार्थक प्रयास के बाद तेजी से मामले कम होने से भर्ती मरीजों के सही होने वालों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। जिससे बीस फीसदी बेड खाली हो गए है। डीएम नितीश कुमार ने तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य विभाग को इंतजाम करने के निर्देश दिए है। जिसके चलते खाली बेड वाले रूम में बच्चा बेड बनाने के साथ साथ दो बाल चिकित्सकों को भेजा गया है। कोरोना का संक्रमण कम होने से निजी अस्पतालों में बनाए गए 16 कोविड अस्पतालों में अधिकांश सही हो चुके हैं। जिनको डिस्चार्ज किया जा चुका है। कोविड वाले रूम को निजी अस्पताल वाले सेनेटाइज करवाकर लॉक कर दे रहे हैं। प्रशासन के निर्देश के बाद निजी अस्पतालों में भी तीसरी लहर को देखते हुए बच्चा वार्ड बनाने की तैयारी की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव