बाड़मेर/राजस्थान- राज्य सरकार द्वारा हमारे जिला मुख्यालय पर सरकारी अस्पताल में कोराना भड़भड़ी के चलते मजबूरी वंश दूरदराज इलाकों से आने वाले आमजनों का इलाज बेहतर तरीके से करना शुरू कर दिया गया। मौजूदा हालात को देखते हुए फिलहाल यह अस्पताल पूरी तरह से कोराना के उपचार को समर्पित है। देशभर के सरहदी इलाकों में सबसे ज्यादा पिछड़ने के बावजूद भी चिकित्सा की आधुनिक सुविधाओं से लैस इस अस्पताल में अभी 300 और मौजूदा हालात को देखते हुए 200 बेड की व्यवस्थाएं ओर की जानी चाहिए। कोराना भड़भड़ी के चलते दिन रात मरीजों की सेवा करने वाले डॉक्टर दिनेश कुमार सौलकी के जज्बे को सलाम करता हूं। अस्पताल परिसर में ही निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले नर्सिंग स्टाफ कालूराम माली, जच्चा और बच्चा डिलेवरी वार्ड में सुमन, बाड़मेर जिले में सबसे ज्यादा कोवीड भड़भड़ी नमूना जांच-पड़ताल करने वाले लेब टेक्नीशियन प्रेम सिंह निर्मोही जिन्हें अस्पताल परिसर में मौजूदा समय में कौन नहीं जानता होगा।
अस्पताल परिसर के आसपास में शामिल बिल्डिंग परिसरों की परिस्थितियों के अनुसार 250 – 300 बेड और जोड़े जाने के बाद यह 700 बेड तक का जोधपुर सम्भाग का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल बन जाएगा। हालांकि कोरोना संकटकाल में यह अस्पताल कोविड समर्पित अस्पताल की तरह काम करेगा और यहां फिलहाल शुरू किए गए सभी बेड पर कोरोना रोगियों का ही सर्वाधिक उपचार किया जा रहा है।
फिलहाल यहां ढाई तीन सौ से अधिक बेड पर ऑक्सीजन सुविधाएं भी मुहैया कराई गई है। राज्य सरकार के मुताबिक आवश्यकता पड़ने पर सिलेंडरों के माध्यम से और अधिक बेड पर ऑक्सीजन मुहैया कराई जा सकेगी।
बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने कहा बीते एक महीने में हमने कोरोना पर लगभग विजय पाई है यह कहना सही है, लेकिन हमने यह लड़ाई जीत ली है अभी ऐसा कहना सही नहीं होगा। कोरोना मृत्यु दर कम हुई है और कोरोना की पॉजिटिविटी रेट में कमी आई है। रिकवरी बड़ी बात है, यह सब कुछ हमारे लोगों की मेहनत डॉक्टरों, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ की मेहनत का ही नतीजा है, इसके लिए मैं सबको बधाई देता हूं। सरकारी अस्पताल आने वाले दिनों में इस क्षेत्र के मरीजों और लोगों की खूब सेवा करेगा।
– राजस्थान से राजू चारण