मीरगंज, बरेली। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बर्ष 2011 के बाद रोड किनारे सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर बनाए गए धार्मिक स्थलों को चिह्नित कर हटवाने को लेकर मीरगंज प्रशासन सक्रिय हो गया है। उपजिलाधिकारी मीरगंज जुनैद अहमद ने सभी राजस्व निरीक्षकों और लेखपालों को अपने-अपने क्षेत्र में तत्काल सर्वे कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया है। एसडीएम का आदेश जारी होते ही क्षेत्र में खलबली मच गई है। शनिवार दोपहर राजस्व निरीक्षक मोरपाल गंगवार ने अपनी टीम के साथ धनेटा-शीशगढ रोड और लिंक रोडों का निरीक्षण किया। सघन निरीक्षण करने के बाद उन्होंने बताया कि धनेटा- शीशगढ रोड पर बफरी बुजुर्ग पर ब्रह्मदेव का मन्दिर, अक्सौरा में रोड किनारे मन्दिर, आनंदपुर मे शिव मंदिर एवं देवी मां का मन्दिर बना हुआ है। सुकली रोड पर सड़क किनारे चबूतरा, दुनका मे एक मजार सुलतानपुर में शिव मन्दिर, धनेली में बेल वाली माता का मंदिर आदि धार्मिक स्थल रोड की सरकारी जमीन पर कब्जा करके बनाये गये हैं। इन्हें चिन्हित कर उपजिलाधिकारी मीरगंज को रिपोर्ट सौपी गई है। राजस्व निरीक्षक ने बताया कि अब शासन से जो भी आदेश आयेगा। उसी के आधार पर सभी धार्मिक स्थलों को सरकारी भूमि से हटाया जायेगा। यह रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है कि जिस समय इन सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण हुआ था, तो कौन-कौन अधिकारी-कर्मचारी तैनात थे और उनके द्वारा अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई थी या नही।।
बरेली से कपिल यादव