विवि की प्राइवेट परीक्षा फॉर्म की खुली साइट, सैकड़ों छात्रों की जमा नहीं हो सकी फीस

बरेली। महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय मे बुधवार से प्राइवेट परीक्षा फॉर्म भरना शुरू हो गए। वैसे फार्म एक मार्च से भरना शुरू हो जाने चाहिए थे लेकिन वेबसाइट पर लोड अधिक होने के कारण प्राइवेट परीक्षा फॉर्म नहीं भरे जा सके। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बुधवार की सुबह प्राइवेट परीक्षा फॉर्म भरने की साइट खोल दी। साइट खुलते ही पहले दिन ही सैकड़ों छात्र-छात्राओं के आवेदन पूरे ही नहीं हो पाए। वेबसाइट पर फॉर्म भरने के साथ ही छात्र-छात्राओं को 15 सौ रुपये फीस भरनी है। इसी के बाद ही आवेदन पूरा माना जाना है। मगर पहले दिन विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर लोड इतना अधिक रहा कि सैकड़ों छात्र छात्राओं की फीस भी जमा नहीं हो पाई। जिस कारण घंटों तक इंटरनेट कैफे के बाहर लाइन लगी रही। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दो टूक कह दिया है कि जब तक फॉर्म भरने के बाद चालान फीस ऑनलाइन जमा नहीं होती है तब तक अभ्यर्थी का आवेदन अधूरा माना जाएगा और परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी नहीं होगा। इसीलिए फॉर्म भरने के साथ-साथ छात्र छात्राओं को ऑनलाइन फीस भी जमा करनी है। इसी के बाद ही छात्र-छात्राओं का आवेदन पूरा माना जाएगा। यहां यह भी बता दें कि इस साल पहली बार शासन ने अचानक से प्राइवेट परीक्षा फार्म पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद प्रदेश भर के कॉलेजों से प्राइवेट फॉर्म भरने को लेकर शासन से गुहार लगाई गई। लाखों छात्र छात्राओं के प्रवेश को देखते हुए प्राइवेट परीक्षा फॉर्म भरने की अनुमति जारी हो पाई। इस बार कोरोना महामारी के कारण अनेकों कॉलेजों में हजारों सीट अभी भी खाली पड़ी है। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन को यह उम्मीद है कि इस बार करीब ढाई लाख छात्र-छात्राओं के स्नातक और परास्नातक के लिए आवेदन आ सकते है। कोरोना महामारी के कारण पूरे साल कॉलेज बंद रहे। जिस कारण अधिकांश छात्र छात्राओं ने इस बार स्नातक और परास्नातक प्राइवेट करने का ही मन बनाया। क्षेत्र के सबसे बड़े महाविद्यालय बरेली कॉलेज में करीब 32 हजार सीटें आवंटित है।।

बरेली से कपिल यादव

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