बरेली। पूरा शहर गड्ढायुक्त सड़कों, उड़ते धूल के गुबार और जाम से जूझ रहा है। अयूब खां चौराहा भी अब इससे अछूता नहीं रह गया है। अब वहां से भी गुजरना मुश्किल हो गया है। लोगों को लम्बे जाम से जूझना पड़ता है। वहीं इलैक्ट्रिकल सामान के लिए रोडवेज बाजार पर मंडल भर के लोग आते है। मगर इस बाजार तक जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अयूब खां चौराहा की ओर से बरेली कॉलेज की ओर जल निगम ने खुदाई कर डाली है। वहीं बरेली कॉलेज से रोडवेज बस अड्डे तक जाने वाले रास्ते को भी खोदकर बंद कर दिया गया है। जिससे रोडवेज को जाने वाले लोग नावल्टी चौराहा होकर या नगर निगम के पीछे वाली सड़क से गुजर रहे है। इन्हीं रास्तों से रोडवेजे की बसों का भी आना जाना हो रहा है। जिससे अयूब खां चौराहा पर ट्रैफिक का लोड बढ़ गया है। मगर वहां लगने वाले टैक्सी स्टैंड और दुकानदारों के अतिक्रमण ने आफत कर डाली है। जिससे इस रोड पर घंटों जाम लगा रहता है। गर्मियों में तो लोगों को और परेशानी होगी। ऊपर से धूल भी उड़ती ही रहेगी। अयूब खां चौराहा पर काफी लम्बे समय से अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित हो रहा है। यहां से कारे बुकिंग होती हैं। टैक्सी संचालक सड़क के दोनों ओर टैक्सियां खड़ी करते हैं। जिससे आधी सड़क घिर जाती है। अभी तक रोडवेज बस अड्डे को जाने वाली बसें चौकी चौराहा से बरेली कॉलेज होते हुए पहुंचती थी मगर यह रास्ता बंद होने के बाद रोडवेज की बसें नगर निगम के पीछे वाली रोड से गुजर रही हैं। जहां पहले से ही टैक्सी स्टैंड वाले और दुकानदार आधी सड़क घेर लेते हैं। जिससे रोडवेज बस फंसने से घंटों जाम लगा रहता है। इस सड़क पर रोडवेज और ट्रैफिक रेंगता रहता है। इस रोड पर ट्रैफिक लोड बढने पर भी इस टैक्सी स्टैंड को हटवाया नहीं गया है। नगर निगम की ओर से अयूब खां चौराहा पर पुलिस चौकी के भवन का निर्माण कराया जा रहा है। ठेकेदार ने इसके निर्माण की सामग्री नावल्टी चौराहा की ओर जाने वाली सड़क पर फैला रखी है। जिससे इस ओर जाने में भी लोगों को खासी दिक्कत होती है। कुल मिलाकर अयूब खां चौराहा से गुजरना किसी आफत से कम नही है। नगर निगम की जिम्मेदारी है कि वह सड़कों पर से अतिक्रमणकारियों के कब्जे हटवाकर लोगों का आनाजाना सुगम रखे। मगर नगर निगम के पीछे वाले गेट वाली रोड पर नगर निगम की ही दुकानें हैं। इन दुकानों के आगे करीब पांच फुट चौड़ा फुटपाथ है। जो दुकानों के बंद होने पर दिखाई देता है। दुकाने खुलते ही फुटपाथ गायब हो चुका होता है। इसके अलावा सड़क के काफी हिस्से पर भी दुकानदार कब्जा करके अपना सामान लगा लेते हैं। जिससे सड़क का मूलरूप बिगड़ जाता है। इस मरह सड़क की आधी चौड़ाई अतिक्रमण की भेंट चढ़ जाती है। जिसे हटाने में नगर निगम को कोई दिलचस्पी नहीं है।।
बरेली से कपिल यादव