बरेली। जिले मे झकझोर कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां गरीबी और बीमारी से जूझ रहे अधेड़ ने ब्लेड से अपना पेट फाड़ डाला। उसकी आंतें व अन्य अंग बाहर निकल आए। घबराहट में बेटा दौड़ कर थाने पहुंचा। पुलिस बयान लेने में उलझी रही और अस्पताल जाने में देरी हो गई। इसके बाद जब अस्पताल ले जाते वक्त अधेड़ की मौत हो गई। मौत से घर में कोहराम मच गया। मामला थाना क्षेत्र फतेहगंज पूर्वी के गांव बिलपुर की नई कॉलोनी निवासी राजाराम पिछले 26 साल से किराए पर रहता था। राजाराम मूल निवासी गांव ईशुरा थाना तिलहर (शाहजहांपुर) का था। गुरुवार तड़के बेटा सो रहा था तभी राजाराम 52 ने शेविंग के ब्लेड से अपना पेट फाड़ डाला। बेटा अनिल पिता की चीख सुनकर जागा। देखा तो संभाला तो बेहोश हो गया। शोर सुनकर मोहल्ले के तमाम लोग पहुंच गए। लोग तरह-तरह की बातें कर रहे थे तो हड़बड़ी में बेटा भागता हुआ पहले थाने गया। पुलिस काफी देर में मौके पर पहुंची और मृतक के बयान दर्ज किए। बाद में बरेली अस्पताल भेजा गया। रास्ते में ही राजाराम की मौत हो गई। राजाराम ने मरने से पहले पुलिस को बताया कि वह काफी समय से गरीबी और बीमारी के हालात झेल रहा था। राजाराम का एक बेटा कई साल से उसे छोड़कर चला गया और दूसरे प्रदेश में मजदूरी करता है। दूसरे बेटे अनिल ने बताया कि पिताजी का बहुत इलाज कराया, घर की सारी पूंजी खर्च हो गई। सुबह पिता ने बीमारी और गरीबी के चलते अपना पेट फाड़ डाला। राजाराम करीब 26 साल से नई कॉलोनी में किराए पर रहता था। पहले उसका मकान इसी मोहल्ले में था। कर्ज और बीमारी में वह बिक गया। राजाराम के मूल गांव में भी कुछ जमीन भी बताई जा रही है। शाम मृतक का शव घर पहुंचा तो मोहल्ले में चीख-पुकार मच गई। घर में कोहराम मचा है।।
बरेली से कपिल यादव