बरेली। जिले की तहसील आंवला के खेत में मिली मासूम अब स्वस्थ है। बाल कल्याण समिति के सामने जिला महिला अस्पताल और चाइल्ड लाइन के कर्मचारियों ने बच्ची को पेश किया। मजिस्ट्रेट डीएन शर्मा ने औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद मासूम को वार्न बेबी फोल्ड भेजा है। अब बच्ची को उसके वास्तविक अभिभावकों की दावेदारी के लिए वही रखा जाएगा। अगर वास्तविक अभिभावक सामने नहीं आते हैं, तो कारा की वेबसाइट के जरिए बच्ची को गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। गंभीर हालत में मिली बच्ची को जिला महिला अस्पताल लाने के बाद सांस लेने में दिक्कत और दिमाग में सूजन आने की वजह से रामपुर बाग के निजी अस्पताल में शिफ्ट किया गया था। डॉ. रवि खन्ना ने बच्ची का इलाज किया। वेंटीलेटर पर बच्ची रही। निमोनिया भी डायग्नोस हुआ था। लेकिन बेहतर इलाज से बच्ची की सेहत में सुधार आया। जिला महिला अस्पताल की टीम के परीक्षण के बाद बच्ची को 48 घंटे के आब्जर्वेशन के लिए महिला अस्पताल में रखा गया। बुधवार को बाल कल्याण समिति के सामने पेश हुई। बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट से संतुष्ट होने के बाद मजिस्ट्रेट डीएन शर्मा ने बच्ची को वार्न बेबी फोल्ड भेजा है। इसके पहले भी कई बच्चियां को फेंकने की घटनाएं सामने आई है। हालांकि प्रशासन की सक्रियता और डॉक्टरों की सजगता के चलते फिर एक सीता की जान बचाई गई।।
बरेली से कपिल यादव