फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। जिले में नौवीं से 12 तक के स्कूल खुलने के बाद अब छोटे बच्चों के स्कूल भी खुलेंगे। कोरोना के कारण बंद चल रहे यह स्कूल करीब 11 महीने बाद खोले जाएंगे। कक्षा छह से आठ तक के छात्र दस फरवरी से स्कूल की ओर रुख करेंगे। राज्य सरकार ने कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को विद्यालय बुलाकर पढ़ाई कराने के आदेश जारी कर दिए है। सबसे ज्यादा सकारात्मक प्रभाव बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय विद्यालयों में देखने को मिलेगा। परिषदीय विद्यालयों में ग्यारह माह बाद रौनक लौटेगी। मान्यता प्राप्त, गैर-सरकारी, सीबीएसई माध्यम के विद्यालयों में भी कक्षा छह से आठ तक के विद्यार्थियों को 10 फरवरी से विद्यालय बुलाने की तैयारी की जा रही है। डिग्री कॉलेज व कक्षा नौ से बारह तक के विद्यार्थियों के लिए पहले ही कक्षा शिक्षण शुरू हो चुका है। 1 मार्च से कक्षा एक से पांच तक के विद्यार्थियों के लिए भी स्कूल खोल दिए जाएंगे। जल्द ही बच्चे स्कूलों में पहुंचकर शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। सरकार से आदेश मिलने के बाद अंग्रेजी व हिंदी माध्यम के स्कूलों ने इसकी तैयारी कर ली है। पूर्व में कक्षा 9 से 12वीं तक के छात्रों को बुलाने के लिए जो गाइडलाइन आई थी अभी उसी अनुसार शिक्षण कार्य कराया जाएगा। छात्रों की अधिक संख्या को देखते हुए विद्यालयों ने अल्टरनेट व्यवस्था की है। छात्रों की अधिक संख्या होने पर आधे छात्रों को ही बुलाया जाएगा। दस फरवरी से स्कूल खुलने के बाद विद्यालयों के सामने परीक्षा से पहले कोर्स पूरा कराने की चुनौती होगी। इसके लिए विद्यालयों ने शिक्षकों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की है। छात्रों का कोर्स पूरा कराने के लिए अतिरिक्त क्लास के साथ ही समय बढ़ाने का भी प्रस्ताव रखा गया है। अब तक 9वीं से 12वीं तक की कक्षा चल रही थीं। उनका कोर्स समय से पूरा कराने के लिए विद्यालय आश्वस्त है। लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई में कोर्स काफी पिछड़ा हुआ है। इसके लिए 5 से 8 तक के छात्र छात्राओं का कोर्स समय से पूरा कराने के लिए शिक्षकों को अधिक मेहनत करनी होगी। बच्चों के विद्यालय आने जाने को लेकर अभिभावकों में संशय बरकरार हैं। विद्यालयों की ओर वाहनों की पहले जैसी ही व्यवस्था है। इस बार कोविड को देखते हुए बसों को प्रतिदिन सैनिटाइज्ड किया जाएगा। बसों और छोटे वाहनों में चालक परिचालक के पास मास्क भी मौजूद रहेंगे। लेकिन विद्यालय क्षमता कम करने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है। उनका कहना है कि खर्च के हिसाब से ही व्यवस्थाएं की जा सकती है। ज्यादातर स्कूलों ने पढ़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सबसे पहले सीट प्लान, क्लासों की सफाई, सैनिटाइजेशन आदि का कार्य शुरू कर दियाग या। शहर के जीआइसी, गुलाबराय इंटर कालेज, बीबीए स्कूल, जीआरएम स्कूल आदि में स्टाफ सफाइ कार्य में व्यस्त दिखाई दिया। विद्यालयों में शिक्षकों के साथ बैठक भी चल रही थी।।
बरेली से कपिल यादव