बरेली। केंद्र सरकार के कृषि विधेयक के खिलाफ और किसानों के पक्ष में किसान यात्रा निकाल रहे समाजवादी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर नजरबंद किया। बुधवार को नवाबगंज में आयोजित किसान यात्रा में शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री भगवत शरण गंगवार व जिलाध्यक्ष अगम मौर्य समेत सपा नेताओं को पुलिस ने इज्जतनगर थाने की बैरियर चौकी दो पर रोक लिया। पुलिस के रास्ता बंद करने से सपा नेता आक्रोशित हो गए और सड़क पर बैठकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कृषि कानून पर भारत बंद के दौरान मंगलवार को सपा समेत बाकी राजनीतिक पार्टियों ने धरना प्रदर्शन किया था। कई नेताओं की गिरफ्तारियां भी हुई थी और मुदकमें भी लिखे गए थे। बुधवार को तय कार्यक्रम के मुताबिक नवाबगंज में किसान यात्रा में शामिल होने के लिए पूर्व मंत्री भगवत सरन गंगवार और सपा नेता जा रहे थे। जब वह इज्जतनगर के बैरियर दो चौकी के सामने पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस ने बेरिकेटिंग लगाकर उन्हें आगे नहीं जाने दिया। जिसके बाद सपा नेता नारेबाजी करते हुए सड़क पर ही धरना प्रदर्शन के लिए बैठ गए। सपा नेताओं की यह भी मांग है कि किसानों के समर्थन में हुए प्रदर्शन के बाद सपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमों को वापस लिया जाए। एक दिन पहले ही नवाबगंज के भदपुरा ब्लॉक प्रमुख और चेयरमैन पति समेत सपा कार्यकर्ताओं पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी। समाजवादी पार्टी के नेता एडवोकेट प्रमोद यादव को उनके घर पर ही नजर बंद कर दिया। प्रमोद यादव ने बताया कि योगी की पुलिस बिना वजह परेशान कर रही है। पुलिस की कार्यवाही की तानाशाही बताया। सरकार को हर हाल में काला कानून वापस लेना होगा। किसी भी हाल में किसानों की आवाज को दबाया नही जा सकता।।
बरेली से कपिल यादव