बरेली। वाणिज्य कर बचाने के लिए व्यापारी अब रोडवेज बसों का खूब इस्तेमाल कर रहे है। इन बसों में दूसरे प्रान्तों में भी माल जा रहा है। कर चोरी का पैसा भाड़े के रूप लेकर रोडवेज अधिकारी बंदरबांट कर रहे हैं। रोडवेज अधिकारियों की मिलीभगत से रोडवेज बसों से वाणिज्य कर चोरी करके माल लाया जा रहा है। वाणिज्य कर विभाग की प्रवर्तन दल टीम जानकर भी अनजान बनी रहती है। दरअसल शासन द्वारा बगैर टैक्स पेड़ किए चोरी छुपे माल को पकड़ने के लिए वाणिज्य कर के प्रवर्तन दल को मुस्तैद किया गया है। जिसमें विभाग के आला अधिकारियों सहित दो दर्जन से अधिक कर्मचारियों को भी तैनात किया गया है। शासन ने रोडवेज बसों की छत पर लगे लगेज कैरियर को इस आशय से हटवाया था कि चालक परिचालक सामान को चढ़ाने और उतारने में अधिक समय लगाते थे। जिससे सवारियों को काफी दिक्कत होती थी। जिसको लेकर शासन ने रोडवेज बसों की छत पर लगे लगेज कैरियर को हटवाने के निर्देश दिए थे। जिसका पालन करते हुए अधिकांश बसों से लगेज केरियर हटवा दिए गए है। रोडवेज अधिकारियों की मिलीभगत से रोडवेज बसों की डिग्गी में परिचालक माल लाद लेते है। बीच रास्ते में माल स्वामी को फोन करके पहले बुला लेते है और उसका माल उतार देते है। यह समान कार्टन के अलावा प्लास्टिक व जूट की बोरियों में जाता है। जिस व्यक्ति का माल होता है। कन्डक्टर का मोबाइल व बस नबर उपलब्ध करा दिया जाता है। माल पहुंचने या बस में रखते समय उन्हें अनबुक लगेज का भाड़ा भी मिल जाता है। वाणिज्य कर विभाग की प्रवर्तन इकाई के आला अधिकारी माल के उतरते समय इधर-उधर हो जाते हैं और अपना पैसा लेकर चले जाते है। इसलिए ऐसे टैक्स चोरों के आगे यह टीम बौनी साबित हो रही है।
रोडवेज बसों से माल की ढुलाई करने पर शासन स्तर से पाबंदी लगा दी गई है। उसके बावजूद यदि कोई चालक परिचालक ऐसा करते पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।।
:- एसके बनर्जी, क्षेत्रीय प्रबंधक, बरेली परिक्षेत्र
बरेली से कपिल यादव