शेरगढ़, बरेली। 10 वर्ष से लापता बुजुर्ग महिला रविवार को एक खेत में भूख से व्याकुल तथा उसकी तबीयत खराब थी। इस पर पहले पुलिस ने भोजन और बाद में अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया। बुजुर्ग महिला से पूछताछ में पता चला कि रामरति प्रयागराज के मऊआइमा थाने के जमाखोरी गांव की रहने वाली है। 10 वर्ष पहले वह घर से लापता हो गई थी। काफी प्रयास के बाद भी नहीं मिलने पर परिजनों ने उनके अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी पूरी कर दी थी। थाना शेरगढ़ इंस्पेक्टर ने बताया कि रविवार की सुबह सूचना मिली कि क्षेत्र के गांव बैरमनगर मे एक 80 वर्ष की बुजुर्ग महिला जंगल में एक खेत मे लेटी हुई है। सूचना पाकर मौके पर टीम के साथ जब वह पहुंचे तो उन्होंने महिला से पूछताछ की। बुजुर्ग महिला ने अपने घर का पता बताया कि वह प्रयागराज की रहने वाली है। इसके बाद बुजुर्ग महिला के परिजनों से संपर्क किया गया। जानकारी हुई कि यह महिला 10 वर्ष पहले घर से लापता हो गई थी। काफी लंबे प्रयास के बाद जाम महिला नहीं मिली तो परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। 10 वर्ष बाद जब अपनी मां की सूचना बेटे को लगी तो उसकी आंखों में आंसू छलक पड़े। मां की सूचना पाकर बेटे के साथ परिजनों में खुशी का माहौल है। परिजनों ने ट्वीट कर थाना पुलिस को बधाई दी है। इसके अलावा बेटे ने बताया कि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी होने के बाद श्राद्ध में पिंडदान किया जाता था। इस वर्ष भी श्राद्ध में प्रदान किया गया था। अब अचानक मां के सामने आने से घर में खुशी का माहौल है। प्रयागराज से परिजन मां को लेने बरेली के लिए रवाना हो चुके हैं।।
बरेली से कपिल यादव