बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। सालों से बंद पड़ी रबड़ फैक्ट्री में 11 मार्च से घूम रही बाघिन को पकड़ने के लिए कानपुर से वन्यजीव विशेषज्ञ बरेली पहुंचेंगे। यहां उनके निर्देशन में वन विभाग की टीम कॉम्बिग करने के साथ ही ऑपरेशन टाइगर शुरू करेगी। वहीं त्रिशूल एयरवेस कैंपस में भी डब्ल्यूटीआई की टीम के हाथ अभी भी खाली है। मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार वर्मा ने बताया कि बाघिन की सेंसर कैमरों में फोटो कैद हो रही है। सोमवार की सुबह 4.55 बजे बाघिन की शिकार के तलाश में घूमते हुए फोटो कैमरों में कैद हुए हैं। इससे पहले रविवार को भी बाघिन के फोटो कैद हुए थे। बाघिन ने अब एक बार फिर से रबड़ फैक्ट्री परिसर में घूमना शुरू कर दिया है जो कि विभाग के लिए शुभ संकेत है। इससे पकड़ने में आसानी होगी। बाघिन को सुरक्षित पकड़ने के लिए थोड़ा समय लग रहा है। मंगलवार को कानपुर वन्यजीव प्राणी उद्यान के विशेषज्ञ डा. आरके सिंह बरेली पहुंचेंगे। जिनके निर्देशन में बाघिन को पकड़ने के लिए ऑपरेशन टाइगर शुरू किया जाएगा। जबकि गुरुवार को वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून के विशेषज्ञों से बातचीत की जाएगी। त्रिशुल एयरबेस कैंपस में तेंदुआ के लोकेशन की जानकारी के लिए मौजूद डब्ल्यूटीआई की टीम को तीसरे दिन भी कोई साक्ष्य नहीं मिले है।।
बरेली से कपिल यादव