बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। हाईवे पर रोडवेज बसों में हो रहे हादसों पर बस के यात्रियों को तत्काल राहत देने के लिए परिवहन निगम ने हर क्षेत्र को इंटरसेप्टर वैन दी है। जिसकी मदद से हाईवे पर हादसे होने पर इसकी मदद ली जाएगी। लेकिन फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में इंटरसेप्टर बैन रोडवेज के परिचालकों से उगाही का जरिया बन चुकी है जो दिन रात फतेहगंज पश्चिमी के टोल प्लाजा पर खड़ी रहती है। इसके साथ ही साठगांठ कर अवैध ढाबों पर भी बस रोकी जाती है। परिवहन निगम के अधिकारियों और परिचालकों की मिलीभगत से विभाग को हर रोज लाखों का चूना लगाया जा रहा है। परिचालक बसों में यात्रियों को बिना टिकट यात्रा कराकर सारा पैसा अपनी जेब में भर रहे हैं तो चेकिंग अधिकारी बिना टिकट यात्रा कराने पर परिचालक को पकड़कर उससे पैसे ऐंठकर अपनी जेबे गर्म कर रहे है। परिवहन निगम के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि निगम के सहायक यातायात निरीक्षक बसों की चेकिंग के दौरान अपनी जेबे भरने के लिए परिचालकों से पैसे की मांग करते हैं और अगर परिचालक इंकार करता है तो सहायक यातायात निरीक्षक की ओर से बेटिकट यात्रियों की संख्या ज्यादा दिखाकर परिचालकों को धमकाया जाता है। ऐसा ही एक मामला फतेहगंज पश्चिमी के टोल प्लाजा पर शुक्रवार की सुबह तड़के देखने को मिला जिसमें एक रोडवेज कौशांबी डिपो की इंटरसेप्टर बैन के कर्मचारियों ने रोका। बस को चेक किया गया तब एक सवारी ज्यादा निकली जिस पर इंटरसेप्टर के अधिकारी ने परिचालक से पांच हजार रुपये मांगे। परिचालक के इंकार करने पर वह परिचालक की टिकट मशीन लेकर चले गए। जिससे परिचालक परेशान रहा। बस में बैठे एक यात्री ने पीआरवी 112 को फोन किया। सूचना पर पहुंची पीआरबी ने चालक परिचालक व यात्रियों से जानकारी ली। जिस पर परिचालक ने बताया कि बस में एक सवारी को रामपुर उतरना था लेकिन रात में यात्री सो गया। जिसे उतरने का ध्यान नहीं रहा। टोल पर सवारी ज्यादा निकलने पर पैसे की मांग की गई। न देने पर वह टिकट मशीन देकर चले गए। उसमें बैठे यात्री ने पीआरवी 112 को फोन किया। मौके पर पहुंची पीआरबी के आने के बाद पीआरवी बस को लेकर थाने चले गए। टोल प्लाजा पर इंटरसेप्टर के अधिकारियों में आए दिन परिचालक से झगड़े होते रहते हैं। इस मामले में थाना प्रभारी से बात की गई तो मामला जानकारी में न होने की बात बताई गई।।
बरेली से कपिल यादव