बरेली। अक्सर चलते-चलते मालगाड़ियों की कपलिंग खुलना किसी दिन बड़े रेल हादसे को दावत देगा। ऐसा मामला मुरादाबाद रेल डिवीजन में 10 दिन के अंदर दो बार हो चुका है। 7 नवंबर को बरेली जंक्शन यार्ड में मालगाडी की कपलिंग खुल गई थी। बुधवार की सुबह रामपुर मिलक के बीच बरेली की ओर आ रही एक मालगाड़ी की चलते-चलते कपलिंग खुल गई। जिससे मालगाड़ी दो हिस्सों में दौड़ने लगी। ट्रैकमैन ने देखा तो स्टेशन मास्टर को सूचना दी। लोको पायलट ने गाड़ी को रोका कपलिंग जोड़ी और वहां से गाड़ी लेकर रवाना हो गए। सूचना पर आरपीएफ और ऑपरेटिव विभाग की टीम पहुंची तो वहां पर गाड़ी नहीं मिली इस मामले में उत्तर रेलवे मुरादाबाद डिवीजन के ऑपरेटिंग प्रबंधक ने जांच के आदेश दिए हैं। बुधवार की सुबह अचानक रेल कंट्रोल को सूचना दी कि रामपुर और मिलक के बीच एक मालगाड़ी की कपलिंग खुल गई है। मालगाड़ी मुरादाबाद से लखनऊ के लिए जा रही थी। इंजन से सातवें कोच की कपलिंग खुली है। मालगाड़ी दो हिस्सों में डिवाइड हो गई है। पिछले वाले वैगन करीब 50 मीटर तक बिना इंजन के दौड़े। रेल ट्रैक की निगरानी कर रहे ट्रैकमैन जब यह देखा तो उन्होंने स्टेशन मास्टर मिलक और आरपीएफ कंट्रोल को सूचना दी। आरपीएफ कंट्रोल का मैसेज जारी होते हुए मुरादाबाद से लेकर लखनऊ तक कंट्रोल रूम में मालगाड़ी दो हिस्सों में डिवाइड होने की सूचना आग की तरह फैल गई। ऑपरेटिंग विभाग ने मामले को संज्ञान लेते हुए आरपीएफ और ऑपरेटिंग टीम को भेजकर मामले की जांच कराने के लिए कहा है। लोको पायलट के बयान दर्ज किए जाने थे। जांच टीम मौके पर पहुंची तब तक वहां से मालगाड़ी जा चुकी थी। पता चला कि 15 मिनट में ही लोको पायलट ने गाड़ी को बैककर कपलिंग को जोड़कर मालगाड़ी बरेली की ओर ले गया। एक घंटे में गाड़ी बरेली जंक्शन को भी पार कर गई। 7 नवंबर को बरेली जंक्शन यार्ड में एक मालगाड़ी की कपलिंग खुल गई थी। मुरादाबाद ऑपरेटिंग प्रबंधक ने बताया कि इस मामले मे जांच के आदेश दिए गए हैं। लोको पायलट के बयान लिए जाएंगे। कहां से मालगाड़ी रवाना हुई थी। मालगाड़ी का मेंटीनेंस कब हुआ था। इसकी पूरी जांच रिपोर्ट बनाई जाएगी।।
बरेली से कपिल यादव