करवा चौथ में इस बार कोरोना से सुहाग की सलामती की मांगी जाएगी दुआ

फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। करवा चौथ पर इस बार कोरोना से सुहाग की सलामती के लिए दुआ की जाएगी। सुहागिनों ने अपने व्रत के तेज से कोरोना हराने का संकल्प लिया है। हर किसी सुहागिन के मुंह पर कोरोना से अपने पति को बचाने की बात निकल रही है। सुहागिनों में नई नवेली दुल्हनों में खासकर उत्साह है। अपने-अपने तरीके से करवा चौथ की पूजा की तैयारी कर रही है। कोरोना काल में वैसे तो पहली बार महिलाओं का करवा चौथ पर्व पड़ रहा है, करवा को लेकर नव विवाहित युवतियों में उत्साह भी है। कोरोना से पति की सलामती का संकल्प भी नव विवाहित महिलाओं ने लिया है।
हाथों में ले पूजा की थाली, आई रात सुहागिनों वाली, चांद को देखूं, हाथ मैं जोडूं, करवा चौथ का व्रत मैं तोडूं यह कहने को तो महज एक गीत है। मगर भारतीय संस्कृति में मनाए जाने वाले करवाचौथ के भाव और महत्व को बयां कर रहा है। करवा चौथ किसी भी सुहागन के लिए सबसे अहम दिन होता है। पहला करवाचौथ मनाने वाली सुहागिनों ने इस पल को यादगार बनाने की तैयारी की है। वहीं पचासवां करवाचौथ मनाने वाली महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। नव विवाहित जोड़े करवा को लेकर उत्साहित है। पति भी जहां अपनी पत्नियों को कुछ न कुछ उपहार देने के लिए सोच रहे हैं। वहीं युवतियां भी अपने पति की सलामती को लेकर पहली बार करवा का व्रत रखेंगी। क्योलड़िया निवासी तेजपाल मौर्य जिनका विवाह 2001 में सीमा मौर्य के साथ हुआ था। तभी से ये दम्पत्ती प्रेम और समर्पण के प्रतीक के रूप में करवाचौथ का निर्जला उपवास रखते आ रहें हैं। सीमा मौर्य सरकारी अध्यापक हैं, बहीं उनके पति भी उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ बरेली के जिला महामंत्री हैं। महिलाओं का इस दिन अवकाश रहता है पुरुषों का (जो ब्रत रखते) भी अवकाश होता तो अच्छा रहता। कोई कामना नहीं बस एक दूसरे की आत्मीय भावनाओं को समर्पित है। कस्बा के मोहल्ला साहूकारा निवासी पिंकी व कपिल का भी पांचवा करवा पड़ रहा है। पिंकी व कपिल का कहना है कि कोरोना काल में सबसे पहले हम दोनों एक दूसरे की सलामती की दुआ करेंगे। सभ्यता का कहना है कि पति अगर सलामत है तो समझों सारे जहां की खुशी उन्हें मिलेगी।।

बरेली से कपिल यादव

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