रोडवेज की 27 बस ने डाल रखी है जोखिम में यात्रियों की जान

बरेली। बरेली परिक्षेत्र में परिवहन निगम की 27 बसों ने यात्रियों की जान जोखिम में डाल रखी है। असल में 685 बसों के बेड़े में 27 बसें ऐसी हैं, जो नीलामी सीमा पार करने के बाद भी सड़कों पर दौड़ायी जा रही हैं। जुगाड़ के सहारे इन बसों का संचालन किया जा रहा है। नतीजा यह कि सड़क पर दौड़ रहीं यह बसें जहां तहां खड़ी हो जाती हैं, जिससे अक्सर यात्रियों को विभिन्न प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। सर्दी बढ़ने के दौरान अब बसों की यह खस्ताहाली यात्रियों की मुसीबत और ज्यादा बढ़ा सकती है। रेलवे की अपेक्षा रोडवेज की बसों का किराया करीब तीन गुना अधिक है। इसके बावजूद रोडवेज बसों में सुविधाओं का अभाव है। हालात यह है कि अधिकांश बसें खटारा है। बसों के शीशे तक गायब है। कई बसों में आवश्यक फास्ट एंड बॉक्स तक उपलब्ध नहीं रहते हैं। रोडवेज बसों का विवरण हर माह परिवहन निगम मुख्यालय को भेजा जाता है। नियमानुसार दस लाख किलोमीटर का सफर करने वाली बस निष्प्रयोज्य मान ली जाती है। हाल ही में बने इस निगम के अनुसार वर्ष की उम्र 10 वर्ष होने पर उसे नीलामी के लिए डिपो से वापस बुलाया जा सकता है। बरेली परिक्षेत्र में इन दिनों परिवहन निगम की 685 बसें संचालित है। करीब 27 बसों की उम्र पूरी हो चुकी है। इनके शीघ्र नीलामी के लिए वापस जाने की संभावना है। अधिकांश बसें देखने में ही खस्ताहाल लग रही है। यह बसें रास्ते में कभी भी खड़ी हो जाती है। बसों में यात्रियों को धक्का लगाना पड़ता है। किसी की खिड़की के शीशे गायब है तो किसी की आवाज करती है। सर्दी में रात्रिकालीन सेवा में यात्रियों को खटारा बसों में काफी परेशानी होती है। रोडवेज की बसें कहीं पर भी रोक कर खड़ी हो जाती है। यह हालत तब है जब ट्रेन की अपेक्षा बसों का किराया तीन गुना तक है। 27 बसें ऐसी हैं जो औसतन किलोमीटर पूरा करने के बाद भी छोटी मोटी खराबी दूर कर के आसपास के जिलों में फर्राटा भर रही है। कभी कबार ऐसी बसे रास्ते में खड़ी हो जाती है तब यात्रियों को धक्का लगाकर स्टार्ट कर आना पड़ता है। फर्स्ट एड बॉक्स सभी बसों में होना अनिवार्य है लेकिन अधिकांश बसों में फर्स्ट एंड बॉक्स के खाली बॉक्स ही लगे है। जिनमें प्राथमिक उपचार का कोई सामान नहीं है। जिसमें वह शोपीस बनकर रह गए। पिछले 8 वर्षों से कंडम बसों की नीलामी नहीं हुई है। जिसकी वजह से केंद्रीय कार्यशाला में 56 बसें नीलामी के लिए खड़ी है। बरेली परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके बनर्जी का कहना है कि सर्दी का मौसम शुरू होते ही जो बसे रोड पर चल रही है। सभी की खिड़की दरवाजे दुरुस्त कराने के निर्देश वर्कशॉप प्रभारियों को दे दिए गए है।।

बरेली से कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *