बरेली। संसद में पारित किए गए किसान व श्रमिक विरोधी विधायकों को वापस लेने की मांग को लेकर सपाइयों ने कलक्ट्रेट में प्रदर्शन कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल से कृषि विधायक तथा श्रम कानूनों को वापस लेने के साथ ही इसे प्रदेश में लागू न करने के निर्देश देने की मांग की गई है। इसके अलावा फरीदपुर में कृषि बिल के विरोध में शुक्रवार को उसके साथ सड़कों पर उतर आए। भारत बंद के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत जिले में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन भी किए गए। इस दौरान हाईवे जाम किया गया। प्रदर्शन को देखते हुए पहले से ही पुलिस-प्रशासन सक्रिय रहा। हाल ही में संसद में पारित कृषि संबंधी तीन बिलों का किसान विरोध कर रहे हैं बिलो के विरोध में तहसील मुख्यालयो पर शुक्रवार को भाकियू ने भी विरोध प्रदर्शन किया। फरीदपुर के किसान इंटर कॉलेज में आयोजित विरोध बैठक में किसानों ने सरकार पर जमकर हमला बोला। बिल के विरोध में जुटे किसानों ने इसे किसानों की आजादी खत्म करने का प्रयास बताया है। किसान नेताओं ने बताया सरकार कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से किसानों को पूंजी पतियों की कठपुतली बनाना चाहती है। बिल के जरिए भंडारण पर लगी रोक हटाकर जमाखोरों को बढ़ावा दे रही है। भारत बंद में शाम तक कहीं से हंगामे की कोई सूचना नहीं थी। हालांकि एहतियात के तौर पर प्रदर्शन स्थलों पर जरूरी इंतजाम किये गए थे। किसानों के समर्थन में राजनीतिक दलों ने भी अधिकारियों को ज्ञापन सौंपे।।
बरेली से कपिल यादव