क्रांति फाउंडेशन का आरोप:यूपी के निजी चिकित्सालयों मे कोरोना ईलाज राजस्थान से दोगुना

*एक ही देश मे दो राज्य,निजी चिकित्सालयों द्वारा कोरोना ईलाज के लिए निर्धारित शुल्क मे भारी अंतर

*राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना ईलाज के लिए निजी चिकित्सालयों का निर्धारित शुल्क उत्तर प्रदेश के निर्धारित शुल्क से लगभग आधा

*क्रांति फाउंडेशन ने लिखा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र,उत्तर प्रदेश मे निजी चिकित्सालयों मे कम की जाये कोरोना ईलाज की निर्धारित दरें

*निजी चिकित्सालयों मे कोरोना ईलाज के लिए निर्धारित दरें कम न करने की अवस्था मे निजी चिकित्सालयों मे भर्ती कोरोना मरीज के खर्चे का 50 प्रतिशत वहन करे सरकार

वाराणसी – जहां पूरा भारत कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं इसी देश मे दो राज्य ऐसे हैं जिनके द्वारा निजी चिकित्सालयों मे कोरोना ईलाज के लिए निर्धारित दरों मे जमीन आसमान का अंतर है।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना इलाज के लिए निजी चिकित्सालयों का प्रतिदिन का निर्धारित शुल्क राजस्थान सरकार के द्वारा निर्धारित शुल्क से लगभग दुगुना है।ये आरोप लगाते हुए क्रांति फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व एम एल सी स्नातक प्रत्याशी ई०राहुल कुमार सिंह ने बताया कि अगर उत्तर प्रदेश की बात करें तो प्रदेश सरकार द्वारा कोरोना ईलाज के लिए एन ए बी एच मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों मे सपोर्टिव केयर और ऑक्सीजन के साथ आइसोलेशन बेड के एक दिन का चार्ज 10 हजार रुपये तय है। बिना वेंटिलेटर के आइ सी यू का चार्ज 15 हजार रुपये प्रतिदिन लिया जाता है।इसके अलावा वेंटिलेटर के साथ आइ सी यू का चार्ज 18 हजार रुपये प्रतिदिन प्रदेश सरकार द्वारा तय किया गया है।वहीं दूसरी तरफ नान एन ए बी एच अस्पतालों मे सपोर्टिव केयर और ऑक्सीजन के साथ आइसोलेशन बेड के एक दिन का चार्ज 8 हजार रुपये तय है।बिना वेंटिलेटर के आइ सी यू का चार्ज 13 हजार रुपये प्रतिदिन लिया जाता है।इसके अलावा वेंटिलेटर के साथ आइ सी यू का चार्ज 15 हजार रुपये प्रतिदिन तय है।अब इसी देश मे मौजूद दूसरे प्रदेश राजस्थान की बात करें तो राजस्थान के 3 सितंबर 2020 को जारी आदेश के अनुसार प्रदेश मे एन ए बी एच मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालयों मे कोरोना ईलाज के लिए सपोर्टिव केयर और ऑक्सीजन के साथ आइसोलेशन बेड के एक दिन का चार्ज 5500 रुपये होगा।बिना वेंटिलेटर के आइ सी यू का चार्ज 8250 रुपये प्रतिदिन लिया जाएगा। इसके अलावा वेंटिलेटर के साथ आइ सी यू का चार्ज 9900 रुपये प्रतिदिन होगा।वहीं राजस्थान सरकार के आदेशानुसार नान एन ए बी एच अस्पतालों मे सपोर्टिव केयर और ऑक्सीजन के साथ आइसोलेशन बेड के एक दिन का चार्ज 5000 रुपये होगा।बिना वेंटिलेटर के आइ सी यू का चार्ज 7500 रुपये लिया जाएगा. इसके अलावा वेंटिलेटर के साथ आइ सी यू का चार्ज 9000 रुपये प्रतिदिन देना होगा।श्री सिंह ने बताया कि अगर आंकड़ों पर निगाह डाली जाये तो साफ दिखायी दे रहा है कि उत्तर प्रदेश मे प्राइवेट अस्पतालों मे कोरोना ईलाज के लिए प्रतिदिन निर्धारित शुल्क बहुत ज्यादा है तथा राजस्थान प्रदेश के मुकाबले लगभग दुगुना है।

श्री सिंह के अनुसार जब बी एच यू जैसे अस्पतालों मे लगातार लापरवाहियां सामने आ रहीं हैं ऐसी अवस्था मे एक मध्यमवर्गीय व निम्नवर्गीय व्यक्ति कोरोना पीड़ीत होने पर भी महंगे शुल्क के कारण इन निजी चिकित्सालयों मे जाने की सोच भी नहीं सकता है।उन्होने कहा कि एक ही देश मे दो प्रदेशों के शुल्क मे इतनी विसंगति क्यों है?जब राजस्थान मे निजी अस्पतालों मे कोरोना का इलाज सस्ता है तो उत्तर प्रदेश सरकार को भी तुरंत आमजन को राहत देते हुए निजी चिकित्सालयों मे कोरोना का इलाज 50 प्रतिशत तक सस्ता कर देना चाहिए।श्री सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिखकर तुरंत प्रदेश के निजी चिकित्सालयों मे कोरोना ईलाज के लिए निर्धारित शुल्क को 50 प्रतिशत कम करने की मांग की है।श्री सिंह ने कहा कि अगर निर्धारित दरों मे कमी संभव न हो तो उत्तर प्रदेश सरकार को निजी चिकित्सालयों मे कोरोना का ईलाज कर रहे मरीजों का 50 प्रतिशत खर्च वहन करना चाहिए जिससे एक आम व्यक्ति भी कोरोना का ईलाज निजी चिकित्सालयों मे सुगमता से करवा सके।

– ई०राहुल कुमार सिंह,वाराणसी

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