बरेली। डॉक्टर और डाक कर्मचारी के बीच हुई मारपीट की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। जहां डाक कर्मचारी ने अपने दोनों पुत्र के साथ मिलकर सिपाही और होमगार्ड को पीट दिया था। मौके पर पहुंची चीता मोबाइल और दरोगा के साथ भी तीनों ने अभद्रता की थी। इस मामले में पुलिस ने पिता और दोनों पुत्रों को शुक्रवार को जेल भेज दिया। पचास हजार लेकर मामला दबाने के मामले में सीओ श्वेता यादव जांच कर रही हैं। चर्चा है कि इस मामले में दरोगा दिनेश कुमार की गर्दन फंस सकती है। करमपुर चौधरी के रहने वाले डॉ अशोक कुमार का बिलवा में डेंटल क्लीनिक है। उनके पड़ोस में बड़े भाई जानकी प्रसाद रहते हैं। जानकी प्रसाद भोजीपुरा पोस्ट ऑफिस में सीनियर क्लर्क हैं। उनका बेटा अमन पोस्ट ऑफिस में तैनात हैं जबकि छोटा बेटा विनय चाचा के क्लीनिक के बराबर में खुद का क्लीनिक चलाता है। बुधवार की रात करीब दस बजे जानकी प्रसाद के बेटे घर में शराब पी रहे थे। इसी बीच किसी बात को लेकर उनका अशोक से झगड़ा हो गया। तीनों पिता-पुत्र ने अशोक को पीटकर घायल कर दिया। जिसकी सूचना अशोक ने यूपी 112 पर देकर पुलिस बुला ली। पीआरवी को देखकर तीनों पिता-पुत्र अपना आपा खो बैठे। उन्होंने सिपाही के साथ मारपीट कर होमगार्ड से भी धक्का-मुक्की की थी। जिसके बाद पुलिस ने चौकी पर सूचना देकर चीता मोबाइल और दरोगा को बुला लिया था। पुलिस तीनों को गिरफ्तार कर थाने ले आई थी। जहां देर रात तीनों के खिलाफ मारपीट, सरकारी काम में बाधा डालना, लोकरक्षक से अभद्रता करने की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को शुक्रवार को जेल भेज दिया।।
बरेली से कपिल यादव