बरेली। एनएफआईआर के आवाहन पर उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन की तारीख आठ अगस्त को याद करते हुए सभी मजदूरों के समर्थन में रविवार को रेलवे जंक्शन पर शक्ति समर्थन दिवस मनाया। इस दौरान यूनियन के पदाधिकारी रविंद्र सिंह ने कहा कि सरकार केवल रेल मजदूरों के ऊपर ही नहीं बल्कि देश के सभी मजदूरों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। सरकार निजीकरण के जरिए मजदूरों पर कुठाराघात कर रही है। मजदूरों पर सरकार का जुर्म बढ़ता ही जा रहा है। अब तो श्रम कानूनों को ही पूंजीपतियों के पक्ष में बदला जा रहा है। सरकारी उपक्रमों को पूंजीपतियों के हाथों में बेचा जा रहा है। जिसमे एनटीपीसी, बीएसएनल, एमटीएनएल, बीपीसीएल, हवाई अड्डे, लाल किला, रेलवे स्टेशन, एयर इंडिया आदि पूंजीपतियों को बेचे जा चुके हैं। गरीबों की सबसे सस्ती सवारी रेलवे को भी टुकड़ों टुकड़ों में बेचा जा रहा है और अब तो 151 पैसेंजर गाड़ियां भी व्यापारियों को बेच दी गई है। व्यापारी देश की जनता को निशुल्क सुविधाएं और अनेकों राहत देने के बजाय उनके खून पसीने की कमाई से अपना व्यापार और मुनाफा बढ़ाएंगे। प्रदर्शन के दौरान एके चौबे सहित दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रदर्शन के दौरान शारीरिक दूरी का भी पालन किया गया।।
बरेली से कपिल यादव