बरेली। प्रतिबंधित संगठन अल – कायदा के एजेंट मोहम्मद इनामुल हक कश्मीर और केरला के लोगों के ज्यादा संपर्क में था। अब तक पता चला है कि कश्मीर और केरला के लोग उससे मिलने आते थे। जिन्हें वह बरेली के आसपास के जिलों में बुलाता था। एटीएस इनामुल हक के दूसरे जिलों में बैठे मददगारो को तलाश रही है। गौरतलब है कि आतंकवाद निरोधक दस्ता एटीएस लखनऊ ने प्रतिबंधित संगठन अलकायदा के एजेंट मोहम्मद इनामुल हक को गिरफ्तार किया था। मूल रूप से हल्द्वानी उत्तराखंड निवासी इनामुल और लंबे समय से बरेली में मोहम्मद शोएब उर्फ अबू मुहम्मद अल हिंदी के नाम से रह रहा था।अल-कायदा से जुड़ा इनामुल दूसरे युवकों को जेहाद के लिए उकसाने व आतंकी संगठन से जोड़ने की गतिविधियों में लिप्त हैं। गिरफ्तार अलकायदा के एजेंट मोहम्मद इनामुल हक के विरुद्ध लखनऊ एटीएस ने यूएपी अधिनियम समेत कई गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। गुरुवार की दोपहर आरोपित को लखनऊ कोर्ट में पेश किया था। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने उसकी 10 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। एटीएस शुक्रवार को कस्टडी रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ में जुट गई है। शुरुआती जांच में पता चला है कि इनामुल हक कश्मीर और केरला के लोगों के ज्यादा संपर्क में रहता था। उसके मोबाइल में भी कश्मीर और केरल के लोगों के मोबाइल नंबर ज्यादा मिले हैं। दोनों ही जगह की लोगों से वह बरेली के आसपास जिले में मुलाकात करता था अब एटीएस बरेली के आस पास इनामुल के मददगारो को तलाश रही है।
कवर पेज पर लगा रखा था अल-कायदा का झंडा
सोशल मीडिया के जरिए जेहादी विचारधारा को बढ़ावा देने दूसरे लोगों को अल-कायदा से प्रभावित करने वाले इनामुल हक ने सोशल मीडिया पर अपनी फोटो लगा रखी है और कवर पेज पर अल – कायदा का झंडा लगा रखा था। एटीएस के अनुसार मुहम्मद इनामुल हक बरेली और मुरादाबाद मंडल के जिलों में लोगों से संपर्क के लिए निकलता था। जेहाद के नाम पर लोगों को उकसाता तथा युवाओं को अल-कायदा से जोड़ने की मुहिम में लगा हुआ था। इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेता था। सोशल मीडिया के सहारे लोगों से दोस्ती गांठने के बाद वह आतंकी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित करने की बात करता था। उनको जेहाद के लिए उकसाने का काम करता था।
खंगाला जा रहा है बैंक अकाउंट
एटीएस की टीम इनामुल हक का बैंक अकाउंट की डिटेल भी तलाश रही है। एटीएस को शक है कि इनामुल हक को कश्मीर और केरला के लोगों द्वारा पैसा भेजा जाता था। बैंक अकाउंट से लेनदेन करने वालों से भी एटीएस बारी-बारी से पूछताछ करेगी।।
बरेली से कपिल यादव