प्रयागराज। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए संगम क्षेत्र में बांध स्थित लेटे हनुमान जी का दर्शन करने से पहले श्रद्धालुओं को पूरी तरह से सैनिटाइज होना पड़ेगा। इसके लिए कुछ करना नहीं होगा, बल्कि मंदिर के मुख्य गेट पर लग रही कैनोपी में तीन से चार सेकेंड तक रुकना होगा। स्प्रे मशीन खुद ही आपको सैनिटाइज कर देगी। मंदिर में पहली बार हो रही ऐसी व्यवस्था के अंतर्गत श्रद्धालुओं को फर्श पर बने गोले में खड़े रहकर दर्शन पाने के लिए अपनी बारी का इंतजार करना होगा।
लाखों, करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है हनुमान मंदिर
प्रयागराज में संगम क्षेत्र में बांध स्थित श्रीबड़े हनुमान जी के नाम से प्रसिद्ध मंदिर लाखों, करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। देश और विदेश से प्रयागराज आने वाले चाहे सैलानी हों या फिर गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम में डुबकी लगाने वाले आस्थावान हों, सभी यहां आकर श्री हनुमान जी के मंदिर के चौखट पर मत्था जरूर टेकते हैं। वहीं कुंभ मेला में और प्रतिवर्ष संगम लगरी में लगने वाले माघ मेला के दौरान श्रद्धालुओं की काफी लंबी कतार हनुमान जी का दर्शन और पूजन को लगी रहती है।
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए बंद था मंदिर का कपाट
कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन किया गया। लॉकडाउन में कोरोना महामारी के संक्रमण के संक्रमण को रोकने के लिए सभी मंदिरों के कपाट को बंद कर दिया गया था। इसी क्रम में बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर भी बंद रहा। ऐसे में लाखों भक्त श्री हनुमान जी के दर्शन से वंचित रहे। अब अनलॉक-एक में केंद्र व राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार आठ जून से देश भर के मंदिर खुल जाएंगे। इसके लिए मंदिरों में तमाम तरह की तैयारियां भी जोर पकड़ने लगी हैं।
पुजारियों ने मंदिर परिसर की सफाई की
संगम के समीप बंधवा के बड़े हनुमान मंदिर में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्वामी आनंद गिरि ने पुजारियों के साथ मंदिर परिसर की सफाई की। फर्श, दीवारों, ग्रिल, मंदिर के मुख्य गेट तक को हाथ मशीन से सैनिटाइज किया। पुजारी इस दौरान एक दूसरे से फासला बनाए रहे।
स्वामी आनंद गिरि ने कहा
स्वामी आनंद गिरि ने कहा कि सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मंदिर परिसर में फर्श पर गोले बनाए गए हैं। श्रद्धालु उसी गोले से होते हुए एक-एक कर आगे बढ़ेंगे। मंदिर खुलने पर बाहर से लाए गए प्रसाद चढ़ाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि पुजारियों के साथ अन्य भक्तों की सुरक्षा भी जरूरी है। पुजारियों के लिए अच्छी गुणवत्ता के ग्लब्स की व्यवस्था की गई है। मंदिर खुलने पर प्रत्येक दिन तीन बार सैनिटाइज किया जाएगा। बताया कि दोनों गेट पर कैनोपी लगाई जा रही है। इसमें प्रेशर पाइप लगी होगी, जिससे श्रद्धालुओं को सैनिटाइज किया जा सके।