बरेली। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में भी श्रमिकों को को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्रमिकों को जम्मू से विहार लेकर जा रही ट्रेन में पानी खत्म हो गया। शिकायतों के बाद भी करीब डेढ़ सौ किलोमीटर तक ट्रेन नहीं रोकी गई। इससे परेशान श्रमिक चिल्लाते रहे। बरेली जंक्शन पर ट्रेन रुकी तो यात्री पानी लेने दौड़ पड़े। आरपीएफ ने उनको ट्रेन से उतरने से रोका तो वह हंगामा करने लगे। स्टेशन अधीक्षक के आदेश पर उनको पानी उपलब्ध कराया गया। तब कहीं जाकर श्रमिक शांत हुए। पानी उपलब्ध कराने की वजह से श्रमिक स्पेशल ट्रेन को बरेली जंक्शन से 25 मिनट की देरी से रवाना हो सकी। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह ने बताया कि लुधियाना से चलकर गोरखपुर तक जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन बुधवार की सुबह 7:45 बजे पहुंची। उसके बाद सहारनपुर से लखनऊ जा रही श्रमिक स्पेशल आठ बजकर पच्चीस मिनट और जम्मू के कटरा स्टेशन से श्रमिकों को लेकर विहार जा रही स्पेशल ट्रेन 9:35 बजे जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या एक पर पहुंची। ट्रेन के रुकते ही यात्री पीने के पानी के लिए कोच से उतर कर पीने का पानी लेने को टंकियों की ओर दौड़ पड़े। आरपीएफ के जवानों ने उनको डांट कर वापस ट्रेन में भेज दिया। इसके विरोध में यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया इस ट्रेन में 24 बोगियां थी। अफसरों ने तुरंत 13 पाइप लगवा कर यात्रियों को पानी उपलब्ध करवाया। सभी यात्रियों को बोतलों में पानी भरने के बाद कोच में बैठाया गया। तब वे शांत हुए। स्टेशन अधीक्षक सत्यवीर सिंह का कहना है कि वैष्णो देवी के कटरा स्टेशन से यह ट्रेन मंगलवार की शाम साढ़े चार बजे रवाना हुई थी जो सीधे बरेली जंक्शन पर बुधवार सुबह आकर रुकी। इस दौरान यात्रियों के पास पीने का पानी खत्म हो चुका था। वह मुरादाबाद जंक्शन पहुंचने से पहले ही पानी की मांग करने लगे थे। अफसरों ने तुरंत बरेली जंक्शन पर सभी यात्रियों के लिए पानी की व्यवस्था कराई। यात्रियों को पीने का पानी मुहैया कराने के बाद अपने गंतव्य के लिए ट्रेन को विहार के लिए रवाना किया गया।
जंक्शन पर धरे रह गए भोजन के पैकेट
जंक्शन से बुधवार की सुबह तमाम श्रमिक स्पेशल ट्रेनें गुजरी। जिला प्रशासन के आला अधिकारियों ने सैकड़ों श्रमिकों के लिए भोजन और पानी की बोतलों की भी व्यवस्था की। श्रमिकों को उनके घर तक पहुंचाने के लिए रोडवेज की 15 बसें भी लगाई गई लेकिन तीनों श्रमिक स्पेशल ट्रेन से एक भी यात्री बरेली जंक्शन पर नहीं उतरा। जिससे भोजन के पैकेट धरे रह गए।
बरेली से कपिल यादव