फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। गर्मी का पारा हाई होते ही बिजली का मीटर डाउन होने लगा है। दो दिनों में अधिकतम तापमान के 44 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचते ही चिलचिलाती गर्मी से परेशान लोगों ने अपने घरों में पंखे के अलावा कूलर और एसी (एअरकंडीशन) भी ऑन कर दिए हैं, लेकिन बिजली की डिमांड में अभी कोई मेगा वाट का उछाल नहीं आया है क्योंकि लॉक डाउन में कई कारोबार फैक्ट्री आदि बंद है और दुकानें भी नियमित रूप से नहीं खुल रही है। फिर भी कहीं लो वोल्टेज, तो कहीं तार टूटने की समस्या से बिजली की आंख मिचौनी शुरू हो गई है। लॉक डाउन में रोस्टर के चलते ज्यादातर कारोबार नियमित रूप से नहीं खुल रहे है। जिस वजह से हर दिन कई मेगा वाट बिजली कम खर्च हो रही है। इस वजह से ओवरलोड की समस्या भी नहीं है। इसके बाद भी सिविल लाइंस, बिहारीपुर, मलूकपुर, फतेहगंज पश्चिमी, शाही, मीरगंज आदि इलाकों में छह बजे से ही बिजली की आवाजाही शुरू हो जाती है। सुबह तो फिर भी बिजली 15 मिनट में आ जाती है लेकिन दोपहर बारह बजे के बाद बिजली आती-जाती रहती है। यह सिलसिला देर रात तक चलता है वही कुंवरपुर, स्वालेनगर, नवादा रोड और कटरा चांद खां, फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, शाही में लो वोल्टेज की समस्या के चलते लोगों के पंखे कूलर एसी ठीक से नहीं चल पा रहे है। शासन ने लॉक डाउन में लोगों को भरपूर बिजली उपलब्ध कराने के साथ ट्रिपिंग समस्या से राहत देने के निर्देश दिए हैं। इज्जतनगर, फतेहगंज पश्चिमी, शाही, मीरगंज समेत कई बिजली घरों की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ा दी गई है। इसके बाद भी हर दिन विभिन्न इलाकों में बिजली की आवाजाही की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुंवरपुर, स्वालेनगर, नवादा रोड और कटरा चांद खां, फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज, शाही राते में कई दिन से लो वोल्टेज की समस्या के चलते लोगों को घरों में लगे बिजली उपकरण ठीक से नहीं चल पा रहे हैं। कुंवरपुर के विनय कुमार ने बताया कि चौपला फीडर पर शिकायत दर्ज कराने के बाद लाइनमैन ने पोल से सही कर दिया। इसके दो दिन बाद से लो वोल्टेज की समस्या फिर से बनी हुई है। कटरा चांद खां के मौर्य मंदिर के पास रहने वाले मुनीश चक्की वालों ने बताया कि कभी-कभी तेज वोल्टेज आने से उपकरण फूंकने का अंदेशा बना रहता है। तीनों फेस न मिलने की वजह से चक्की भी नहीं चल पाती हैं। फतेहगंज पश्चिमी के प्रेमपाल गंगवार ने बताया कि लो वोल्टेज और ट्रिपिंग की समस्या से दुकान में बिजली से चलने वाले उपकरण भी ठीक से नहीं चल पाते हैं।।
बरेली से कपिल यादव