बरेली। पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी सामाजिक दूरी का पालन नहीं हो पा रहा है। वजह यह है कि भाजपा के झंडा लगी कारों में चार चार लोग चल रहे हैं। जबकि कार में दो लोग से ज्यादा चलने पर पाबंदी है। बाइकों पर भी दो से तीन लोग चल रहे हैं जबकि बाइक से एक से ज्यादा होने पर रोक है। इसके अलावा लोग बाइकों का कारों पर आवश्यक ड्यूटी के पंपलेट लगाकर बेवजह घूम रहे हैं। कई ऐसे दुकानदार भी हैं जो आवश्यक सेवाओं के नाम पर बेवजह घूम रहे हैं और प्राइवेट वाहनों पर भी आवश्यक सेवा लिखा रहता है जिससे पुलिस उन्हें रोकती नहीं है और ना ही टोकती है। इसकी आड़ में बाइकर्स भी लॉक डाउन का उल्लंघन करने से परहेज नहीं कर रहे हैं। पुलिस की सख्ती से पूछताछ नहीं कर रही है जिस कारण स्थिति खराब होती जा रही है। लॉक डाउन में कार में सिर्फ दो लोगों की बैठने की इजाजत है। जिसमें एक व्यक्ति कार चलाएगा और एक व्यक्ति पीछे बैठेगा अगर इससे ज्यादा सवारी कार में बैठती है तो गाड़ी को सीज किया जा सकता है। लेकिन आवश्यक सेवा लिखा होना या भाजपा का झंडा लगा होने से पुलिस उन्हें न ही रोकती है न ही टोकती है। इसके अलावा भारी मालवाहक वाहन में ड्राइवर और कंडक्टर के अलावा भी कोई नहीं बैठ सकता। इसके बावजूद तमाम मजदूर मालवाहक वाहनों पर बैठकर बरेली लौट रहे हैं। आंवला क्षेत्र के गांव शहवाजपुर का कोरोना पॉजिटिव भी अंगूर के ट्रक में छुपकर बरेली आ गया था क्योंकि उस ट्रक पर आवश्यक सेवा लिखा हुआ था। इस वजह से पुलिस ने ट्रक को कही भी चेक भी नहीं किया। हालांकि पुलिस ने शुक्रवार को शहर के सभी चौराहों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया है। पुलिस ने लोगों से पूछा है कि किस काम से जा रहे हो और बेवजह घूमने वाले वाहनों का चालान किया है। लॉक डाउन से अब तक पुलिस ने दो हजार वाहनों के चालान किए हैं।।
बरेली से कपिल यादव