बरेली। कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के लिये खाकी लगातार प्रयास कर रही है। कोरोना होने की सबसे ज्यादा संभावना भी खाकी को है। आरओ संभालने वाले बाप बेटे ने प्रेमनगर थाने में अपने पैसो से सैनेटाइजिंग मशीन लगाई। फरीयादी से लेकर पुलिसकर्मी सैनेटाइज होकर थाने में प्रवेश कर रहे है। अशरफ खां छावनी स्थित बालाजी विहार कालोनी निवासी प्रेमराज, उनके बेटे आशीष मौर्य और साथी संतोष ने सैनेटाइजर मशीन बनाई है। वह आरओ रिपोयरिंग करने का काम करते है। प्रेमराज ने बताया कि सैनेटाइज मशीन बनाने के लिये पांच हजार रुपये की लागत आई है। 50 लीटर का टैंक, वॉयर, स्विच, पाइप से तैयार की मशीन बिजली से चलती है। दोनों तरफ स्विच लगे हुये है। यानी थाने में अंदर जाने व बाहर जाने पर सैनेटाइज होकर निकल सकते है। बाप बेटे ने बताया कि वह कोरोना महामारी में पुलिसकर्मियों के लिये कुछ करना चाहते थे। मशीन को इस हिसाब से फिट किया गया है कि चारों ओर से सैनेटाइजिंग की वर्षा होती है। वहीं बाइक को भी इसी मशीन से सैनेटाइज किया जा सकता है। पुलिस ने बताया कि गुरुवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले लोगों को भी इसी मशीन से सैनेटाइज किया गया। गश्त कर थाने पहुंच रहे पुलिसकर्मी सैनेटाइज कर थाने में प्रवेश कर रहे है। देश को ऐसे ही लोगों को जरुरत है, जो कोरोना जैसे महामारी में डाक्टर, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी की मदद के काम आ सके। प्रेमनगर कोतवाल बलवीर ने बताया कि थाने मे सैनेटाइजिंग मशीन लगाने वाले तीनों युवक बधाई के पात्र है।।
– बरेली से कपिल यादव