बरेली। उपद्रव के बाद करमपुर चौधरी अब भुखमरी की कगार पर है। पुलिस पर हमला करने के बाद से ही गांव के सभी पुरुष फरार हैं। घरों में सिर्फ महिलाएं ही अपने बच्चों के साथ रह रही हैं। जिनके पास अब खाने को राशन भी लगभग खत्म हो गया है हालांकि पुलिस प्रशासन ने महिलाओं को घर से निकल कर राशन लेने की छूट दी है लेकिन ज्यादातर घरों की महिलाओं पर राशन खरीदने के लिए पैसे खत्म होने की वजह से भूखा रहना पड़ रहा है। गौरवतल है कि करमपुर में सोमवार की दोपहर लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे कश्मीर खान को पीट दिया था। बवाल करते हुए लोगों ने हाइवे पर जाम कर दिया था और वेरियर नंबर वन पुलिस चौकी फूंकने की कोशिश करते हुए पुलिस पर हमला कर दिया था। पुलिस ने पूरे गांव में सर्च अभियान चलाकर 4 महिलाओं समेत 44 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से ही पूरे गांव में कर्फ्यू जैसे हालात हैं गांव के सभी पुरुष फरार हैं घरों में सिर्फ महिलाएं बच्चे और जानवर ही है। हालात यह हो गई है कि न तो गांव की महिलाओं के घर में खाने को कुछ बचा है और न ही जानवरों के लिए चारा है। हालांकि पुलिस ने गांव की महिलाओं को घर से बाहर निकल कर खाने का सामान खरीदने की छूट दे दी है लेकिन दहशत की वजह से गांव में कोई दुकान नहीं खोल रहा है। गांव की सहाना ने बताया कि उनके पति जेल में बंद है। वह रोजाना मजदूरी करते थे। अब घर में खाने का कोई सामान नहीं बचा है। गांव की वृद्धा शबाना ने बताया कि उपद्रव के बाद से ही उसके बहू बच्चे भी फरार है। उनको आसपास के लोग ही उन्हें खाना उपलब्ध करा रहे है।।
– बरेली से कपिल यादव