देहरादून/उत्तराखंड -जहाँ करोना वायरस संक्रमण ने पूरी दुनिया मे कोहराम मचाया हुआ है और इस महामारी ने आज पूरे देश को अंदर तक हिला कर रख दिया है, वहीं सही मायने में अगर कोई इस महामारी को भुगत रहा है या ये कहें कि कोई सही में भुगतने को मजबूर है तो वो मजदूर वर्ग है जो एक तरफ तो इस महामारी के कारण अपना रोजगार खो बैठा है और दूसरी तरफ पेट की आग और परिवार के भरण पोषण का संकट उसके सामने आ खड़ा हु़आ है।लाॅकडाउन के कारण घर से भी ना निकल पाना उस मजदूर वर्ग को भूख से मरने पर मजबूर कर रहा है।
इन भयानक परिस्तिथियों को देखते हुये कई सामाजिक संगठन आज इस संकट में कमजोर वर्ग के साथ हर प्रकार से खड़े दिख रहे हैं। इसी कड़ी में स्प्रैड हैप्पिनैस सामाजिक संस्था प्रतिदिन लगभग दो सौ जरूरतमंद लोगों के खाने की व्यवस्था कर रहा है। संस्था की संचालिका व वरिष्ठ समाजसेविका उमा सिसौदिया दिन-रात उस समाज के लिए कार्य कर रही हैं।
संस्था स्प्रैड हैप्पीनेस द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण की इस विकट व विषम परिस्थितियों में जरूरतमंदों को सूखा राशन व पके भोजन के पैकेट वितरित किये जा रहे हैं।
स्प्रैड हैप्पीनेस सामाजिक संस्था की संचालिका उमा सिसौदिया, गरिमा दसौनी, व्यवसायी सरफ़राज हसन व शिक्षाविद मजुर्हर रहमान के अथक प्रयासों से संस्था द्वारा पिछले बारह दिनों से लगातार लगभग तीन सौ पके-पकाये भोजन के पैकेट प्रतिदिन जरूरतमंदों में बांटे जा रहे हैं, इसके अतिरिक्त एक हजार के करीब कच्चा राशन भी संस्था द्वारा बांटा जा चुका है। आगे भी लाॅकडाउन की स्थिति में संस्था द्वारा जरूरतमंदों को भोजन वितरण का कार्य जारी रहेगा।