बरेली। पूरा परिवार कोरोना वायरस पाजिटिव होने से पहले से ही बैकफुट पर आए स्वास्थ्य विभाग की मुसीबत और बढ़ गई है। संसाधन की कमी होने की शिकायत करते हुए सरकारी एंबुलेंस चालकों ने मंगलवार को दोपहर 12 बजे से हड़ताल कर दी। सरकारी एंबुलेेंस जहां थी, वहीं खड़ी कर दी और अब मरीज नहीं लाने का एलान करते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया है। एंबुलेंस कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए उनको मास्क, ग्लब्स गिनती के दिए गए हैं और जान जोखिम में डालकर काम नहीं कर सकते। इस बारे में कई बार एंबुलेंस संचालक कंपनी के अधिकारियों से शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद विवश होकर कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। सरकारी एंबुलेंस 102-108 के कर्मचारी लगातार इस बात की मांग कर रहे हैं कि उनको पर्याप्त संख्या में मास्क, ग्लब्स दिया जाए। संक्रमण से बचने के लिए सेनेटाइजर दिया जाए। उनका आरोप है कि कई बार शिकायत के बाद भी इंतजाम नहीं किया गया और उनको गिनती का मास्क-ग्लब्स दिया गया है। ऐसे में उनको कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा है। इसी मसले पर सोमवार को एंबुलेंस कर्मचारियों ने शासन में भी शिकायत की थी। कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने के बाद पूरे प्रदेश में हड़ताल करने और कार्य बहिष्कार का एलान किया गया है। जिला अध्यक्ष नवीन बाबा के साथ एंबुलेंस चालकों ने जिला अस्पताल परिसर में नारेबाजी की। विभाग ने उनको पर्याप्त संसाधन देने की मांग की। इस मौके पर शुभम मिश्रा, दिनेश मौर्य, सुनील कुमार, अनिल कुमार, विजेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, विकास यादव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।।
– बरेली से कपिल यादव