बरेली। उत्तर प्रदेश के बाहर से लौट रहे लोगों के हूजूम पर बरेली में सेनिटाइजर के छिड़काव के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती के साथ कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस प्रकरण को संकट की घड़ी में गरीबों के साथ मजाक बताया है। जिलाधिकारी बरेली ने इस प्रकरण की जांच का आदेश दिया है। बरेली के सुभाष नगर में कोरोना वायरस का पॉजिटिव केस सामने आने के बाद जिला प्रशासन बेहद गंभीर है। इसी गंभीरता में दिल्ली और एनसीआर से निकाले गए मजदूरों पर बरेली में सैटेलाइट बस अड्डे पर हाइड्रोक्लोराइड की बारिश कर दी गई। कोरोना वायरस से बचाने के लिए नगर निगम की टीम ने मजदूरों के साथ उनके परिवार की महिलाओं और बच्चों को सड़क पर बैठाया। इसके बाद उन पर स्प्रे कर दिया। जिससे कई लोगों की आंखें लाल हो गई। बरेली में सड़क पर अपने-अपने घरों की ओर जा रहे लोगों को सड़क पर बैठाकर सेनिटाइजर के छिड़काव के मामले में तूल पकड़ लिया है। ट्रैफिक पुलिस और फायर ब्रिगेड के स्टाफ ने बरेली से होकर गुजरने वाले बाहर के यात्रियों को बैठा कर उन्हें सैनिटाइज करने के लिए उन पर पीछे से स्प्रे किया था। यह मामला तूल पकड़ गया। इसे लेकर केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने भी डीएम से बात की। कोरोना संकट की वजह से महानगरों को छोड़कर अपने घरों की ओर पलायन कर रहे मजदूरों की एक परेशान करने वाली तस्वीर सामने आई है। रेली में इन मजदूरों को बिठाकर इन पर सोडियम हाइपो क्लोराइड केमिकल का छिड़काव किया गया। इस केमिकल का इस्तेमाल इंसानों के सैनिटाइजेशन के लिए नहीं, बल्कि पानी की गंदगी दूर करने के लिए किया जाता है। छिड़काव करते ही इन मजदूरों की आंखों में जलन होने लगी। मजबूरी की वजह से ये लोग चुपचाप बैठे रहे। वीडियो सामने आने के बाद राजनीतिक दलों से लेकर आम लोगों ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। डीएम के मुताबिक, कर्मचारियों ने अति सक्रियता के चलते यह कदम उठा लिया। रविवार को सेटेलाइट बस अड्डे पर लोग लखनऊ की ओर जाने वाली बसों की आस में पहुंचे थे। इन लोगों को पहले पुलिस ने सड़क पर बैठा दिया। इसके बाद इन पर दवा का छिड़काव करने की बात कहने लगे। गरीबों को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि वहां क्या हो रहा है। उनके साथ पुलिस वाले और नगर निगम की टीम क्या करने वाले हैं। कुछ तो लोग डर के मारे वहां बैठ गए कि कहीं पुलिस उन्हें गिरफ्तार ना कर ले। इसके बाद में कुछ सिपाही इनके पास आए और कहा कि अपनी आंखें बंद कर लो। दर्जनों गरीब मजदूरों जिसमे छोटे बच्चे और महिलाएं शामिल थी । उन्होंने अपनी आंखें बंद की और सड़क पर बैठ गए। कुछ बच्चों और युवकों ने अपनी आंखें खोल रखी थी। कुछ ही पल बीते की दमकल की गाड़ी से उनके ऊपर सोडियम हाइड्रोक्लोराइडके घोल की बारिश कर दी। तेज फुहार के बीच यह सभी लोग नहाने लगे। इसके बाद थोड़ी देर बाद इन्हें दूसरी ओर मुड़कर बैठने को कहा गया। दोबारा उन पर केमिकल की बारिश कर दी। जिससे वह सराबोर हो गये। इस दौरान कुछ लड़कों की आंखों में पानी चला गया। जिससे उनकी आंखों में तेज जलन शुरू हो गई। आंखें लाल हो गई और वह दर्द से चीखने चिल्लाने लगे। ट्रैफिक पुलिस और फायर ब्रिगेड की सफाई है कि स्प्रे में केमिकल का उपयोग नहीं किया गया है, लेकिन मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं।।
– बरेली से कपिल यादव