बरेली। बंद पड़ी फतेहगंज पश्चिमी की रबड़ फैक्ट्री में ठिकाना बनाए वहीं लगातार परिसर में चहलकदमी कर रही है। लखनऊ से पहुंचे कर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ मंत्रणा कर इसकी रणनीति तैयार कर रहे हैं। कई महीनों से डेरा जमाए बाघिन को पकड़ने के लिए तीन दिनों से वन विभाग की दो टीमें लगातार पूरी तैयारी के साथ लगी हुई है उनका कहना है कि सही लोकेशन का इंतजार है। लेकिन अब तक के किए गए सभी प्रयास असफल साबित हो रहे हैं। इसे लेकर वन महकमा खासा चिंतित है। शुक्रवार को प्रधान मुख्य वन रक्षक राजीव कुमार गर्ग बंद पड़ी रबड़ फैक्ट्री में पहुंचे और वन विभाग की टीमों के साथ मंत्रणा की साथ ही रणनीति तैयार की। प्रधान मुख्य वन संरक्षक इन सभी अधिकारियों से वार्ता कर बाघिन की दहशत से लोगों को उबारने के लिए किए जाने वाले प्रयासों पर सलाह मशविरा लिया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक राजीव कुमार गर्ग ने अधिकारियों से वार्ता के बाद तैयार पूरी रणनीति का तो खुलासा नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि विभाग अब ऐसी रणनीति तैयार कर रहा है जिससे जल्द ही बाघिन की दहशत से लोग उबर सकें। उन्होंने बताया कि वह दिन एक जगह नहीं रुक रही है सही समय का इंतजार है जैसे ही सही समय मिलेगा तो ट्रैक्यूलाइज किया जाएगा।
तैयारियां पूरी सही लोकेशन मिलने का इंतजार
ऑपरेशन टाइगर बिल्कुल सही दिशा में तेजी के साथ चल रहा है कैमरे में कैद फोटो के मुताबिक यह वाकई लग रही है इसे पकड़ने के लिए लगातार काम दिन की जा रही है सभी टीमें भी सही समय का इंतजार कर रही है। जरूरत पड़ने पर ट्रैक्यूलाइज करने के लिए चिकित्सक भी मौजूद हैं। विभाग ने वाहिनी के पकड़े जाने से पहले ही उसे रखने के लिए पिंजरा मंगा कर सकती परिसर में रख लिया है दरअसल उसे पकड़ने के लिए लगाए गए पिंजड़े में पड्डा, दूसरे में बकरा बांधा गया है इसके अलावा कैमरे के सामने बाघ का जूठा मांस डाला गया है लगाए गए।
यह लोग रहे मौजूद
कानपुर प्रणाली उड़ान के चिकित्सक डॉ आर के सिंह के साथ एस डी ओ वन विभाग बीएनसी प्रभारी रेंजर अमित कुमार सिंह सहित मीरगंज नवाबगंज पीलीभीत आंवला फरीदपुर व रामपुर से भी वन विभाग के कर्मियों की ने कांबिंग की।।
– बरेली से कपिल यादव