लखनऊ -उत्तर प्रदेश में बड़े सियासी उठापटक के संकेत सामने आ रहें हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव मौर्या व यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय कल दिन में अचानक दिल्ली तलब किये गये थे।
जानकारी के अनुसार तीनों नेताओं की राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मुलाक़ात हुई।जिसको देखते हुए किसी अप्रत्याशित निर्णय की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री योगी और उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य के बीच दो माह से बातचीत आपस में बन्द है ।
अपने ही क्षेत्र और जनपद इलाहाबाद व कौशाम्बी में योगी के कार्यक्रम से नदारद रहे केशव प्रसाद मौर्य।इस मतभेद को यूपी के प्रदेश अध्यक्ष नाकाम रहे और नही सुलझा पाये इस समस्या को।इस समय लगभग आधा दर्जन दलित वर्ग के सांसद बगावत पे आमादा है। रोज़ रोज़ की बयानबाजी और पार्टी नेताओं पे लग रहे तरह तरह के आरोपों से भाजपा हाईकमान नाराज़ है।संगठन मंत्री सुनील बंसल के खिलाफ मुखर हो रहे हैं पार्टी के नेता और कार्यकर्ता। ओबीसी नेता केशव प्रसाद मौर्य ही इस समय यूपी में ओबीसी नेता है।अब अमित शाह ने इस समस्या को खुद सुलझाने का मन बनाया है 19 के चुनावों को मद्देनजर वह नही चाहते की पार्टी की फजीहत हो।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा