वाराणसी-माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान के प्रति समर्पित और अडिग सामाजिक संस्था ‘स्वच्छोदय” ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में स्वच्छता के लिए जन-जन को जगाने की ठानी है। इसी दिशा में स्वच्छोदय ने शहरी विकास मंत्रालय एवं नगर निगम के सहयोग से बनारस में पहली बार कूड़ा कम्पोस्ड करने की अत्याधुनिक मशीन लगायी है। इस मशीन की खासियत यह है कि इसमें गीला कूड़ा (ऑरगेनिक वेस्ट) डालिए, मशीन में लगा बटन दबाइये और खाद बनाइये। १२ से १५ दिन में गीले कूड़े से उपयोगी खाद बनाने वाली इस मशीन को तकनीकी विशेषज्ञों की देखरेख में दीनदयाल राजकीय चिकित्सालय के पास लगाया गया जिसका उद्घाटन शुक्रवार को शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्रा जी ने किया। आने वाले दिनों में इसी जगह पर घर-घर के इस्तेमाल के लिए स्वच्छोदय संस्था द्वारा एक छोटी मशीन भी लगायी जाएगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री दुर्गाशंकर मिश्रा जी ने मशीन की खूबियां गिनाते हुए कहा कि यह फ्लैट बेग कॅन्टीन्यूअस रिएक्टर है जिसमें खाने-पीने का सामान, साग-सब्जी, फूल-पौधे सहित हर वो ऑरगेनिक वेस्ट जो कम्पोस्ड हो सकती है उसे एक नियत ताप पर १० दिन के भीतर कम्पोस्ड किया जा सकता है। अगर किसी कॉलोनी का १०० किलो तक का कूड़ा है तो यह १० दिन में कम्पोस्ड हो जाएगा। यह बहुत अच्छा व उपयोगी मशीन है। इससे जो कम्पोस्ड खाद निकलेगा वह उसी स्थान या कॉलोनी की हरियाली के लिए फायदेमंद भी होगा।
वहीं, बृजकिशोर स्टूडेंट एजुकेशन सोसायटी के सचिव श्री राजीव वर्मा जी के अनुसार गीले कूड़े को कम्पोस्ड खाद में बदलने वाली यह बेहतरीन मशीन है। घर-घर से जो गीला कूड़ा निकलता है और जिसका कोई उपयोग न होकर नगर निगम द्वारा ले जाकर डम्प किया जाता है अब यह खाद बनकर कालोनी या अन्य किसी भी स्थान में पौधे व बागवानी के लिए लाभकारी बनेगी। संस्था को शहरी विकास मंत्रालय व नगर निगम का पूरा सहयोग रहा है। उन्होंने कहा कि हमलोग ‘स्वच्छोदय संस्था” के तहत पूरे देश में मोबाइल एप से स्वच्छता की अलख जगा रहे हैं। श्री वर्मा ने बताया कि उनकी संस्था का उद्देश्य इस तकनीक पर आधारित स्वच्छता मुहिम को जन-जन तक पहुंचाना और कोशिश यही है कि कम से कम दो हजार घरों पर एक मशीन लगाना है।
स्वच्छता के लिए नई तकीनक पर आधारित मशीन बनाने कम्पनी संजीवनी एस-३ के तकनीकी सलाहकर श्री जुल्कीप शेख जी ने बताया कि फ्लैट बेग कॅन्टीन्यूअस रिएक्टर प्रतिदिन कचड़ा लेगा और १२ से १५ दिन खाद बनाकर देगा। इसमें मेहनत बिल्कुल नहीं है क्योंकि बटन दबाते ही कचड़े का निस्तारण हो जाएगा। मशीन में बनने वाली खाद को अपने घर, लॉन, फार्म हाउस या खेती की जमीन पर आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। बकौल श्री शेख, कम्पनी ने महाराष्ट्र में १२३ प्रोजेक्ट कर लिया है। बनारस में यह पहली मशीन है और अब कोशिश प्रदेश भर में इसे फैलाने व लगाने की होगी।
रिपोर्ट महेश कुमार राय वाराणसी सिटी।