हरियाणा/रोहतक- स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एस.एफ.आई.) की महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय इकाई के कार्यकर्त्ताओं ने गेट न.1 पर आई.आई.टी. मद्रास की छात्र फातिमा लतीफ की संस्थागत हत्या के विरोध में आई.आई.टी. मद्रास प्रशासन का पुतला फूंका।
आज विद्यार्थियों ने जोशी कैंटीन से इकट्ठे होकर मदवि के गेट नंबर एक तक आई.आई.टी. मद्रास प्रशाशन व साम्प्रदायिक जातिवादी ताकतों के खिलाफ नारे लागाते हुए मार्च निकाला।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए जिला सचिव गुरदीप आज़ाद ने कहा कि आई.आई.टी. मद्रास में पढ़ने वाली छात्रा फातिमा लतीफ ने 9 नवंबर को आत्महत्या कर ली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में अपने प्राध्यापक व अन्य लोगों पर धार्मिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। आई.आई.टी. मद्रास में पिछले एक साल के अंदर 4 विद्यार्थी इसी तरह से संस्थागत हत्या का शिकार हो चुके हैं।
छात्रों को सम्बोधित करते हुए विश्वविद्यालय इकाई सचिव प्रवीण ने कहा कि देश के सर्वोच्च संस्थानों में धार्मिक व जातिगत उत्पीड़न के मामले आना देश के सभ्य समाज व शिक्षा व्यवस्था पर कलंक है। इस मामले पर किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई है।
उन्होंने कहा कि इसके विरोध में आज एस.एफ.आई. ने देशभर में विरोध कार्रवाईयों का आयोजन किया है। पहले भी देश के उच्च शिक्षा के संस्थान हैदराबाद विश्वविद्यालय में रोहित वेमुला की संस्थागत हत्या की गई थी, जिस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई थी। इस मामले में केंद्र सरकार जल्द से जल्द पहल करते हुए एक न्यायिक कमेटी बनाई व दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई करे।
एस.एफ.आई. मदवि व जिला इकाई देश के शिक्षण संस्थानों में बढ़ रही जातिगत व धार्मिक उत्पीड़न की घटनाओं पर गहरा रोष प्रकट करती है। वर्तमान सरकार के आने के बाद देश भर में मोब लीचिंग जैसी घटनाएं बढ़ी हैं, जो हमारे सामाजिक सद्भाव व देश के लिए खतरा है। एस.एफ.आई. इस मामले की पूर्ण न्यायिक जांच की मांग करती है।
इस मौके पर सरिता, बन्नी, संदीप, आशा, पूजा, प्रियंका, पूजा, सऊद, नितिन, मोमिन, अमित, हसन, आशा, अंकुश आदि इस विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
– रोहतक से हर्षित सैनी