आजमगढ़- पीएफ घोटाले को लेकर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने आंदोलन शुरू कर दिया है। इसके तहत सोमवार को विद्युत कर्मियों ने 48 घंटे का कार्य बहिष्कार शुरू किया। इस दौरान सिधारी हाइडिल परिसर में धरना- प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की। चेतावनी दी कि अगर पीएफ घोटाले के दोषी पूर्व चेयरमैन को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो उनका आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। कर्मचारी नेता जयप्रकाश यादव ने कहा कि कर्मचारियों की गाढ़ी कमाई का पैसा यूपी पीसीएल ट्रस्ट द्वारा डीएचएफएल जैसी ब्लैक लिस्टेड कंपनी में निवेश कर दिया गया। इससे कर्मचारियों का जमा धन व उनका भविष्य दोनों अंधकारमय बना हुआ है। उन्होंने मांग की कि मुख्यमंत्री तत्काल प्रभावी हस्तक्षेप करते हुए सीपीएफ,जीपीएफ का भुगतान सुनिश्चित कराएं। अरुण कुमार सिंह ने कहा कि सरकार द्वारा भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जो कार्रवाई की जा रही है उससे हम संतुष्ट नहीं हैं। सरकार को कर्मचारियों के धन का गजट नोटिफिकेशन जारी करना चाहिए, ताकि कर्मचारियों का भविष्य एवं उनका धन दोनों सुरक्षित हो सके और हम लोग अपने कर्तव्यों का निर्वहन मनोयोग से कर सकें।
चंद्रशेखर यादव ने कहा कि सरकार विद्युत कर्मचारियों के भविष्य निधि की नैतिक जिम्मेदारी मुख्यमंत्री लें एवं लिखित आश्वासन दें। संचालन समिति के संयोजक प्रभु नारायन पांडेय प्रेमी ने किया। इस अवसर पर अशोक कुमार, उजैर अहमद, अरविद सिंह, आरपीएस यादव, मनोज अग्रवाल, जयप्रकाश यादव, राजनरायन सिंह, मुन्नौवर अली. चंद्रशेखर यादव, मिथिलेश यादव, वेदप्रकाश यादव, गोपेश कुमार, सुमेश चंद्र गुप्ता, अखिलानंद पांडेय, राजविजय यादव, शिविद्र रावत, चंद्रजीत यादव, विशुनदेव तिवारी आदि उपस्थित थे।
रिपोर्टर:-राकेश वर्मा आजमगढ़